महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू), रोहतक के अधिकारियों ने विश्वविद्यालय के छात्रों को एक साथ दो डिग्रियां प्राप्त करने की सुविधा प्रदान की है।
एमडीयू के कुलपति प्रोफेसर राजबीर सिंह, रजिस्ट्रार डॉ. कृष्णकांत और विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारियों द्वारा आज विश्वविद्यालय के दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा केंद्र (सीडीओई) का नया प्रॉस्पेक्टस जारी किया गया।
इसके साथ ही एमडीयू के सीडीओई में ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग (ओडीएल) और ऑनलाइन (ओएल) मोड में स्नातक (यूजी), स्नातकोत्तर (पीजी) और सर्टिफिकेट पाठ्यक्रमों में दाखिले शुरू हो गए हैं, जिनमें विद्यार्थी बिना विलंब शुल्क के 31 अगस्त तक दाखिले के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
कुलपति ने कहा कि डिजिटल युग में दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा गुणवत्तापूर्ण एवं सुलभ शिक्षा का सशक्त माध्यम बन गई है। उन्होंने विद्यार्थियों से इस बहुविकल्पीय शिक्षा प्रणाली का लाभ उठाने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि दोहरी डिग्री की यह प्रणाली न केवल छात्रों को अधिक अवसर प्रदान करेगी बल्कि उनके कैरियर की संभावनाओं के लिए नई संभावनाएं भी खोलेगी।
सीडीओई के निदेशक प्रोफेसर गुलशन लाल तनेजा ने विभिन्न पाठ्यक्रमों का विवरण साझा करते हुए कहा कि ये पाठ्यक्रम नई शिक्षा नीति (एनईपी 2020) के अनुसार तैयार किए गए हैं ताकि छात्रों को उनकी सुविधा के अनुसार गुणवत्तापूर्ण और कौशल आधारित शिक्षा मिल सके।
रजिस्ट्रार डॉ. कृष्णकांत ने सीडीओई की इस पहल को विश्वविद्यालय की डिजिटल और समावेशी शिक्षा नीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बताया।