पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (यूएचएस) ने सोमवार को अपना 18वां स्थापना दिवस मनाया। समारोह की शुरुआत यूएचएस परिसर में हवन समारोह से हुई। इसके बाद विश्वविद्यालय के नए गेट के पास पौधे रोपे गए और पीजीआईएमएस ब्लड बैंक द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया।
यूएचएस के कुलपति प्रोफेसर डॉ. एचके अग्रवाल ने विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों, छात्रों और कर्मचारियों को बधाई दी। इस अवसर पर दिल्ली स्थित हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. मोहित दयाल गुप्ता ने एक प्रेरक व्याख्यान दिया।
उन्होंने कहा, “जिस तरह हम रोजाना अपने घर की सफाई करते हैं, उसी तरह हमें अपने मन की भी सफाई करनी चाहिए, अगर हम अपने जीवन से क्रोध, ईर्ष्या, घृणा, प्रतिस्पर्धा और चिड़चिड़ापन को खत्म करना चाहते हैं।”
उन्होंने कहा कि अपने संस्थान को सकारात्मक और तनावमुक्त बनाने के लिए हमें सभी का सहयोग करना चाहिए।
डॉ. गुप्ता ने उपस्थित लोगों से प्रतिदिन कुछ समय योग और ध्यान के लिए निकालने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “मेरे पास एक महीने में 18-35 वर्ष आयु वर्ग के जितने भी मरीज आए, उनमें से लगभग 25 प्रतिशत की जैविक आयु तनाव के कारण 60-95 वर्ष पाई गई, जो एक गंभीर मामला है। इस बात से अवगत होकर हमें यह संकल्प लेना होगा कि हम खुद को तनाव मुक्त रखेंगे।” उन्होंने कहा कि हमें खुशी-खुशी काम करना चाहिए।
कुलपति ने कहा कि डॉ. गुप्ता द्वारा दिया गया व्याख्यान प्रेरणादायक था और उन्हें उम्मीद है कि इसका श्रोताओं के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
पीजीआईएमएस के निदेशक डॉ. एसके सिंघल ने भी कहा कि अगर कोई व्यक्ति तनाव को खत्म कर दे या उससे प्रभावी ढंग से निपट ले तो वह खुश रह सकता है।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. कुंदन मित्तल ने कहा कि नई ओपीडी के कमरा नंबर 57 में एक ध्यान विंग भी स्थापित किया गया है, जहां कोई भी व्यक्ति ओपीडी समय के दौरान ध्यान सीखने और अभ्यास करने के लिए जा सकता है।
इस अवसर पर सामुदायिक चिकित्सा विभाग के डॉक्टरों द्वारा पीजी छात्रों के लिए लिखी गई एक पुस्तक का भी विमोचन किया गया। ब्लड बैंक प्रमुख डॉ. गजेंद्र सिंह ने बताया कि स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित रक्तदान शिविर में 90 लोगों ने रक्तदान किया।
राज्य अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (एसओटीटीओ) के नोडल अधिकारी डॉ. सुखबीर सिंह ने बताया कि ओपीडी में अंगदान जागरूकता हेल्प डेस्क स्थापित किया गया, जहां लगभग 100 लोगों ने अंगदान के बारे में जागरूकता प्राप्त की तथा 40 लोगों ने अंगदान के लिए फार्म जमा कराए।
प्रत्यारोपण समन्वयक दीप्ति खरब ने कहा कि कई लोगों ने अंगदान के प्रति रुचि दिखाई और समाज के लिए एक नेक कार्य करने के लिए स्वयं और अपने परिवार के सदस्यों के अंग दान करने का संकल्प लिया।
मंच संचालन जनसंपर्क विभाग के प्रभारी डॉ. वरुण अरोड़ा ने किया।
इस अवसर पर मानसिक स्वास्थ्य संस्थान के निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. राजीव गुप्ता, डीन अकादमिक मामले डॉ. ध्रुव चौधरी, डीन डॉ. कुलदीप लालर, डीन छात्र कल्याण डॉ. एमजी वशिष्ठ, पीजीआईडीएस के प्राचार्य डॉ. संजय तिवारी और अन्य संकाय सदस्य उपस्थित थे।
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