N1Live Himachal अमरनाथ यात्रा पर खतरे को लेकर पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के सुरक्षा बलों के बीच बैठक
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अमरनाथ यात्रा पर खतरे को लेकर पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के सुरक्षा बलों के बीच बैठक

Meeting between security forces of Punjab, Himachal Pradesh and Jammu and Kashmir regarding threat to Amarnath Yatra

गुरदासपुर, 4 जुलाई ड्रोन, ड्रग्स, घुसपैठ और अमरनाथ यात्रा को राष्ट्रविरोधी ताकतों द्वारा पटरी से उतारने के खतरे के मद्देनजर पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और बीएसएफ ने आज पठानकोट में एक उच्च स्तरीय बैठक की। इसमें खुफिया ब्यूरो (आईबी) समेत केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया।

बैठक का मुख्य उद्देश्य चल रही अमरनाथ यात्रा से संबंधित व्यवस्थाओं की समीक्षा करना तथा यह देखना था कि सीमा पार से घुसपैठ को रोकने के लिए व्यवस्थाओं में किस तरह सुधार किया जा सकता है। यात्रा 29 जून को शुरू हुई थी। हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है तथा 19 अगस्त को यात्रा समाप्त होने तक अलर्ट जारी रहेगा।

यात्रा मार्ग पर 500 सुरक्षाकर्मी तैनात बैठक में यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पंजाब पुलिस, विशेष अभियान समूह और अन्य कमांडो इकाइयों से 500 सुरक्षाकर्मियों को तैनात करने का निर्णय लिया गया। यात्रा मार्ग पर केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की चार कंपनियां भी तैनात की गई हैं, जिन्हें पांच सेक्टरों में बांटा गया है रणनीतिक बिंदुओं पर ड्रोन निगरानी प्रणाली स्थापित की गई है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए ट्रॉमा सेंटर स्थापित किए गए हैं। पठानकोट पुलिस और बीएसएफ द्वारा संयुक्त रूप से मार्ग पर चेक पोस्ट स्थापित किए गए हैं।

बैठक की अध्यक्षता विशेष एडीजीपी अर्पित शुक्ला ने की। बैठक में अन्य लोगों के अलावा आदित्य उप्पल, डिप्टी कमिश्नर, पठानकोट; शशांक आनंद और युवराज दुबे, दोनों डीआईजी, बीएसएफ (गुरदासपुर सेक्टर); राकेश कौशल, डीआईजी (बॉर्डर रेंज); सुहैल कासिम मीर, एसएसपी, पठानकोट; और अनायत अली, एसएसपी, कठुआ शामिल हुए।

पिछले एक हफ़्ते में ऐसी अफ़वाहें उड़ी हैं कि पठानकोट जिले के बामियाल के पास कोट भठियां गांव में बैग लेकर घूम रहे दो लोगों को देखा गया है। इसके बाद एक और दावा किया गया कि दीनानगर रेलवे स्टेशन के पास नानक नगरी में सेना की वर्दी पहने दो और लोगों को देखा गया है। ये घटनाएँ झूठी निकलीं।

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