मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने आज कहा कि पायलट आधार पर 10 सोसायटियों में दूध खरीद का डिजिटलीकरण शुरू किया जाएगा।
आज यहां पशुपालन विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत दूध परीक्षण, वेब और मोबाइल इंटरफेस के साथ वास्तविक समय डेटा प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, “डिजिटलीकरण से दूध खरीद का परेशानी मुक्त और निर्बाध संचालन सुनिश्चित होगा, जिससे पारदर्शिता बनाए रखने में भी काफी मदद मिलेगी।”
मुख्यमंत्री ने कुशल दूध परिवहन के लिए जीपीएस-सक्षम रूट ट्रैकिंग और अनुकूलन सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।
सुखू ने कहा कि राज्य सरकार दूध उत्पादकों को लाभकारी मूल्य प्रदान करके ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रही है। उन्होंने कहा, “हिमाचल देश का पहला राज्य है जिसने दूध खरीद के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू किया है। गाय का दूध 45 रुपये प्रति लीटर और भैंस का दूध 55 रुपये प्रति लीटर खरीदा जा रहा है।”
सुखू ने कहा कि राज्य सरकार राज्य में छह नए दूध-शीतलन संयंत्र और दूध-प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित करने के लिए 161.52 करोड़ रुपये खर्च करेगी। उन्होंने कहा, “कांगड़ा जिले के डगवार में एक अत्याधुनिक पूर्ण स्वचालित दूध-प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित किया जा रहा है, जिसकी क्षमता 1.5 लाख लीटर प्रतिदिन होगी, जिसे 3 लाख लीटर तक बढ़ाया जा सकता है।”
यह संयंत्र मार्च 2026 में चालू हो जाएगा, जिससे कांगड़ा, ऊना, हमीरपुर और अन्य पड़ोसी जिलों के दूध उत्पादकों को लाभ होगा।
बैठक में पशुपालन मंत्री प्रोफेसर चंद्र कुमार उपस्थित थे।
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