मलोट/श्री मुक्तसर साहिब, 21 मई, 2025: कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने सिविल अस्पताल, मलोट में नशा मुक्ति केंद्र के दौरे के दौरान पंजाब सरकार की “नशे के खिलाफ युद्ध” मिशन के प्रति अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
उन्होंने नशा विरोधी मुहिम के प्रति बढ़ते जन समर्थन का श्रेय मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की सरकार की पारदर्शी नीयत और दृढ़ नीतियों को दिया।
अपने दौरे के दौरान डॉ. कौर ने मलोट शहर के वार्ड नंबर 3 की गलियों में इंटरलॉकिंग टाइलें बिछाने के कार्य का भी उद्घाटन किया।
अधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कौशल विकास पाठ्यक्रमों, योग सत्रों और खेल गतिविधियों के माध्यम से पुनर्वास कार्यक्रमों को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि ये लोगों को स्वस्थ होने और आत्मविश्वास के साथ समाज में पुनः एकीकृत होने में मदद करने के लिए आवश्यक हैं।
डॉ. कौर ने प्रारंभिक जागरूकता के महत्व पर बल दिया और शिक्षा विभाग के अधिकारियों को स्कूलों में नशा विरोधी जागरूकता प्रयासों को तेज करने का निर्देश दिया, जिससे विद्यार्थी छोटी उम्र से ही नशे के प्रति जागरूकता पैदा कर सकें और उसका विरोध कर सकें।
नशा मुक्ति केंद्र में मरीजों से व्यक्तिगत रूप से बातचीत करते हुए डॉ. कौर ने उन्हें प्रोत्साहित किया तथा राज्य की चल रही पुनर्वास पहल के तहत उन्हें पूर्ण सहायता का आश्वासन दिया।
उन्होंने बताया कि मलोट केंद्र में हर महीने लगभग 70 मरीज इलाज कराते हैं तथा इसकी सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए प्रयास जारी हैं।
उन्होंने ग्रामीण युवाओं को नशीली दवाओं के दुरुपयोग से बचाने के लिए सरकार की व्यापक रणनीति को भी रेखांकित किया और कहा कि पंजाब भर के गांवों में पुस्तकालय, खेल के मैदान, जिम और पार्क विकसित किए जा रहे हैं।
इसके अलावा, उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से स्वस्थ खान-पान की आदतों को बढ़ावा देने का आग्रह किया तथा औषधि निरीक्षकों को मादक पदार्थों की अवैध बिक्री को रोकने के लिए दवा दुकानों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए।
डॉ. कौर के दौरे ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग से निपटने में सरकार के सक्रिय दृष्टिकोण की पुष्टि की, साथ ही स्थायी परिवर्तन के लिए सामुदायिक भागीदारी, जागरूकता और समग्र पुनर्वास के महत्व पर बल दिया।
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