नगर एवं ग्राम नियोजन, आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी ने एमसीएम डीएवी कॉलेज कांगड़ा के वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान कहा, “शिक्षा न केवल व्यक्ति बल्कि पूरे समाज की प्रगति का आधार है और राष्ट्र निर्माण के लिए आवश्यक है।” इस अवसर पर एचआरटीसी के उपाध्यक्ष अजय वर्मा विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। धर्माणी ने कहा कि राज्य सरकार युवाओं को उद्योगों से जोड़ने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही है।
मंत्री ने कहा कि युवाओं को स्वरोजगार और उद्यमिता की ओर प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने राजीव गांधी स्वरोजगार योजना शुरू की है। इस योजना के माध्यम से राज्य के युवा नए उद्योग स्थापित कर सकेंगे और अपने कारोबार को मजबूत कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत सरकार युवाओं को वित्तीय सहायता, अनुदान और आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करेगी ताकि वे अपना कारोबार सफलतापूर्वक चला सकें।
मंत्री ने कहा कि सरकार का उद्देश्य राज्य में स्वरोजगार को बढ़ावा देना तथा रोजगार के नए अवसर पैदा करना है। उन्होंने कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया तथा उनकी उपलब्धियों की सराहना की।
धर्माणी ने कहा कि राज्य में सरकारी शिक्षण संस्थानों के साथ-साथ निजी शिक्षण संस्थान भी शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि डीएवी शिक्षण संस्थानों ने राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने घोषणा की कि डीएवी कॉलेज में अगले सत्र से एमसीए की कक्षाएं शुरू की जाएंगी।
वर्मा ने अध्यापकों व अभिभावकों से बच्चों को नशे से दूर रखने के लिए सकारात्मक कदम उठाने का आग्रह किया। प्राचार्य डॉ. बलजीत सिंह पटियाल ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा कॉलेज की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की तथा संस्था की गतिविधियों की जानकारी दी। इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।