पठानकोट (पंजाब), 26 अप्रैल, 2025: देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले हमारे बहादुर सैनिकों की बदौलत ही हम आज़ादी की हवा में सांस ले पा रहे हैं और चैन की नींद सो पा रहे हैं। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार और जिला प्रशासन इन बहादुर बीएसएफ जवानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है और उन्हें हर तरह की सहायता का भरोसा दिया है।
ये विचार कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारूचक ने आज यहां भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सिम्बल सकोल चेक पोस्ट के दौरे के दौरान व्यक्त किए।
उनके साथ डीसी आदित्य उप्पल, एसएसपी दलजिंदर सिंह ढिल्लों, जिला अध्यक्ष बीसी विंग नरेश कुमार सैनी, ब्लॉक अध्यक्ष राजेश कुमार, सरपंच खोजकी चक जोगिंदर पाल, सरपंच बमियाल मुनीश उर्फ छोटू, कमांडेंट बीएसएफ सुरेश सिंह भी थे।
मंत्री ने शहीद कमलजीत सिंह की स्मारक पर पुष्पांजलि भी अर्पित की।
अपने संबोधन में कटारूचक ने बताया कि पठानकोट जिले में भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ की 11 चौकियां हैं और इनमें से सबसे बड़ी चौकियां सिंबल सकोल के नाम से जानी जाती हैं। यहां से पाकिस्तान की सीमा 200 मीटर दूर है।
इस चौकी की मुख्य विशेषता यह है कि 1971 के युद्ध के दौरान जब यह पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा घेर ली गई थी, तब बहादुर कमलजीत सिंह ने इसे नहीं छोड़ा और बहादुरी से दुश्मन का सामना किया और अंततः शहीद हो गए।
जम्मू एवं कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना आतंकवादी हमले के लिए पाकिस्तान की आलोचना करते हुए कटारूचक ने कहा कि पूरे देश में गुस्से की लहर है, जो दुश्मनों को धूल चटाने में पूरी तरह सक्षम है।
मंत्री ने आगे कहा कि नागरिक प्रशासन और बीएसएफ जवानों के बीच बेहतरीन समन्वय है। उन्होंने इन चौकियों पर तैनात बीएसएफ जवानों की समस्याओं को भी सुना और उन पर विचार करने का आश्वासन दिया।
श्री कटारूचक ने आगे बताया कि पंजाब पुलिस किसी भी संभावित स्थिति से निपटने के लिए बीएसएफ को हर संभव सहयोग देने के लिए तैयार है।
मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार जल्द ही लगभग 5000 होमगार्ड जवानों की भर्ती करेगी जो नशा तस्करी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान पहले ही यह घोषणा कर चुके हैं।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री तथा अन्य सिविल एवं पुलिस अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया।
Leave feedback about this