शिमला, 14 जून पुलिस ने आज यहां बताया कि 11 जून से लापता हेड कांस्टेबल जसवीर सैनी के मामले की जांच राज्य के अपराध जांच विभाग (सीआईडी) को सौंप दी गई है।
सिरमौर जिले के काला अंब थाने में तैनात सिपाही सैनी कथित तौर पर लापता हो गए हैं। घटना तब प्रकाश में आई जब उन्होंने एक वीडियो जारी कर अपने इस्तीफे की घोषणा की। अपने वीडियो में सिपाही ने एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पर उत्पीड़न का आरोप लगाया।
सीआईडी डीजीपी ने आज यहां जारी एक प्रेस बयान में कहा, “जांच नियुक्त अधिकारी द्वारा की जाएगी और सैनी का पता लगाने के प्रयास किए जाएंगे।” सीआईडी के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) डीके चौधरी के जांच का नेतृत्व करने के लिए नाहन पहुंचने की उम्मीद है।
यह फैसला तब आया जब सैनी की पत्नी अनीता कुमारी ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की और पुलिस से अपने लापता पति को खोजने की मांग की। उन्होंने अपने रिश्तेदारों और ग्रामीणों के साथ सिरमौर पुलिस अधीक्षक (एसपी) के कार्यालय के बाहर धरना भी दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने सीएम से भी मामले की जांच करने का आग्रह किया।
वीडियो में सैनी ने आरोप लगाया कि उन पर एक मामूली मामले में हत्या के प्रयास का आरोप (धारा 307) जोड़ने का दबाव बनाया जा रहा था। उन्होंने दावा किया कि उनके वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने उन्हें आधे घंटे के भीतर कार्यालय में रिपोर्ट करने का आदेश दिया था, जिसके कारण उन्हें तेज़ गति से नाहन की ओर गाड़ी चलाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
हालांकि सिरमौर एसपी ने इन आरोपों से इनकार किया था और हेड कांस्टेबल के आरोपों को झूठा बताया था। उन्होंने कहा कि पंजाब की नंबर प्लेट वाली गाड़ी में सवार कुछ युवकों ने स्थानीय लोगों की पिटाई की थी, जिसके बाद काला अंब थाने में मामला दर्ज किया गया था। एसपी ने कहा था कि शिकायतकर्ता जसवीर के व्यवहार और जांच प्रक्रिया से नाखुश थे, जिसके बाद उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से संपर्क किया और मामले में कई अनियमितताएं पाई गईं। एसपी ने कहा कि इसके बाद हेड कांस्टेबल को निष्पक्ष जांच करने के निर्देश दिए गए।
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