नई दिल्ली, 18 अप्रैल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को हिमाचल प्रदेश के स्पीति के गिउ गांव के निवासियों से बात की, जब यह क्षेत्र पहली बार मोबाइल नेटवर्क से जुड़ा था।
उनके साथ 13 मिनट से अधिक की टेलीफोनिक बातचीत में, मोदी ने दिवाली के दौरान सीमावर्ती क्षेत्र की अपनी यात्रा के बारे में बात की और कहा कि गांव को मोबाइल नेटवर्क से जोड़ने से ‘डिजिटल इंडिया’ अभियान को गति मिलेगी।
प्रधान मंत्री ने कहा कि विद्युतीकरण अभ्यास में सफलता मिलने के बाद सरकार अब सभी स्थानों को संचार प्रौद्योगिकी से जोड़ने को प्राथमिकता दे रही है, उन्होंने कहा कि जब वह सत्ता में आए तो 18,000 से अधिक गांवों में बिजली की कमी थी।
एक ग्रामीण ने उन्हें बताया कि जब उन्हें बताया गया कि यह क्षेत्र मोबाइल नेटवर्क से जुड़ जाएगा तो उन्हें एक पल के लिए विश्वास ही नहीं हुआ और जब आखिरकार ऐसा हुआ तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
उन्होंने कहा, पहले उन्हें अपने मोबाइल फोन का उपयोग करने के लिए लगभग आठ किलोमीटर की यात्रा करनी पड़ती थी।
मोदी ने ‘वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम (वीवीपी)’ के तहत सीमावर्ती क्षेत्रों में विकास को बढ़ावा देने के लिए अपनी सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डाला और कहा कि पहले की सरकारों ने इन क्षेत्रों को उनके भाग्य पर छोड़ दिया था।
मोदी ने कहा, अपने तीसरे कार्यकाल में वह अब तक लोगों के जीवन की सुगमता को प्राथमिकता देने के बाद उनके जीवन की गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करेंगे और इससे दूरदराज के क्षेत्रों, गरीबों और मध्यम वर्ग को काफी फायदा होगा।