रायपुर, 13 अगस्त। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव सोमवार को दो दिवसीय दौरे पर रायपुर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मोदी सरकार वन्य जीवों के संरक्षण और उसके संवर्धन के लिए प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि हम 29 जुलाई को टाइगर डे, 10 अगस्त को लॉयन डे और आज एलीफेंट डे मना रहे हैं। प्रकृति और वन्य जीवों का संरक्षण और विकास करना एक बड़ा काम है। एलिफेंट रिजर्व की संख्या पिछले दस सालों में 33 हो गई। टाइगर रिजर्व की संख्या 55 से ज्यादा हो गई।
स्टीयरिंग कमेटी की बैठक को लेकर उन्होंने कहा कि, “वन्यजीवों के संरक्षण-संवर्धन को लेकर गंभीरता से चर्चा की जाएगी। हमारे सामने कुछ चुनौतियां भी हैं, जिससे निपटने के लिए हमने टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।”
उन्होंने कहा, “छत्तीसगढ़ जंगल से घिरा हुआ प्रदेश है। हमारी सरकार यहां की संस्कृति, जनजाति गौरव, ऐतिहासिक सामाजिक परंपराएं और सभी वर्गों के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में प्रदेश के हित में विकास के कार्य हो रहे हैं। इससे पहले छत्तीसगढ़ की जनता ने पांच साल तक दुख और कष्ट झेला, एक भ्रष्ट शासन को देखा है। लेकिन, आज छत्तीसगढ़ विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है।”
अपने इस दो दिवसीय दौरे के दौरान भूपेंद्र यादव मंगलवार को सुबह 7.15 बजे नंदनवन जंगल सफारी में पीएम मोदी के ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के अंतर्गत पौधारोपण करेंगे। इसके अलावा वह स्कूल छात्राओं से संवाद करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने हाल में ही ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और मातृभाव के प्रति सम्मान को बढ़ावा देना है। पीएम मोदी ने देशवासियों से आग्रह किया है कि वे अपनी माताओं के नाम पर पेड़ लगाएं। यह अभियान पर्यावरण संरक्षण और मातृभाव के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए एक अनोखा प्रयास है।