नई दिल्ली, 24 फरवरी । केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने ऊना हिमाचल से चलकर सहारनपुर जाने वाली ट्रेन के अब हरिद्वार तक चलाए जाने के निर्णय की जानकारी देते हुए इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया है।
ठाकुर ने कहा कि इससे क्षेत्रवासियों को काफी लाभ मिलेगा और तीर्थाटन में बढ़ोतरी होगी। हरिद्वार एक प्रमुख धार्मिक स्थल है और हिमाचल से बड़ी संख्या में लोग तीर्थाटन करने हरिद्वार जाते हैं। हिमाचल के यात्रीगण ट्रेन से सीधा ही हरिद्वार तक जा सकें, ऐसी सुविधा के लिए मैंने व्यक्तिगत रूप से रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव से मिलकर अनुरोध किया था। मुझे यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि ऊना हिमाचल-सहारनपुर मेमू जो ऊना से चल कर सहारनपुर तक जाती थी, उसके एक्सटेंशन की मंज़ूरी रेलमंत्री ने दे दी है। यह ट्रेन अब ऊना से हरिद्वार तक चलाई जाएगी, जिससे यात्रियों को आवागमन की बड़ी सुविधा मिलेगी। मैं इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव का आभार प्रकट करता हूं।”
ठाकुर ने आगे कहा कि विकास ही हमारी प्राथमिकता है और मोदी सरकार ने ऊना को सौग़ातें देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। प्रधानमंत्री मोदी ने देश की चौथी वंदे भारत ट्रेन की सौग़ात हिमाचल को दी जिसके शुभारंभ के लिए ख़ुद पीएम मोदी ऊना आये थे। हिमाचल में अब हिंदुस्तान की सबसे आधुनिक ट्रेन भाजपा के कारण ही चल पड़ी है। हिमाचल प्रदेश में रेल सेवाओं का विस्तार हो, हिमाचल को कनेक्टिविटी से जुड़ी कोई समस्या ना हो, इसके लिए मोदी सरकार नई ट्रेनें चलाने से लेकर ज़रूरी इंफ़्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट इत्यादि पर पूरी गंभीरता से काम कर रही है।
वित्त वर्ष 2023 – 24 के लिए हिमाचल प्रदेश में रेलवे विस्तार के लिए 1,838 करोड़ रुपए मंज़ूर किए हैं। सामरिक महत्व की भानुपल्ली-बिलासपुर-बेरी रेल लाइन के लिए 1,000 करोड़, चंडीगढ़-बद्दी रेललाइन को 450 करोड़ रुपये, नंगल- तलवाड़ा रेल लाइन के लिए 452 करोड़ रुपए वर्ष 2023-24 के बजट में मंज़ूर किए गये हैं। रेल विस्तार के लिए 1,838 करोड़ रुपए की यह मंज़ूरी यूपीए शासन काल के वर्ष 2009 – 2014 से 17 गुना ज़्यादा है। वर्तमान में प्रदेश में 19,556 करोड़ से 258 किलोमीटर की 4 परियोजनाओं पर काम जारी है।
ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश को मोदी सरकार द्वारा दिए गए कई तोहफों का जिक्र करते हुए आगे कहा, “वर्ष 2014 से मार्च-2019 तक अम्ब-अन्दौरा, चिंतपूर्णी मार्ग व दौलतपुर चौक रेलवे स्टेशन तक का कार्य मोदी सरकार के समय में पूर्ण हुआ। आज ऊना व अम्ब अन्दौरा रेलवे स्टेशन से कुल 13 ट्रेन इस ज़िला को देश के अलग भागों से जोड़ती हैं। साबरमती रेलवे स्टेशन को भी ऊना से रोजाना ट्रेन चलती है। ऊना हमीरपुर रेल लाइन की घोषणा प्रधानमंत्री मोदी ने वर्ष-2019 धर्मशाला में आयोजित इन्वेस्टर मीट में पुनः दोहराई थी। जबकि, पूर्व में वर्ष 2014 से 2019 तक लोकसभा में पेश रेल बजट में तीन बार इस रेल लाइन को आर्थिक-समाजिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना गया व निर्माण में आगामी कारवाई के लिए बात दोहराई गई थी, लेकिन इस घोषणा को बल तब मिला, जब प्रधानमंत्री मोदी ने हिमाचल प्रदेश को दूसरा घर मानते हुए इस रेललाइन के महत्व को जानते हुए स्वंय घोषणा कर प्रदेश की आर्थिकी में बल देने हेतु निर्माण की पूर्व औपचारिकताओं को पूर्ण करने हेतु रेल मंत्रालय को निर्देशित किया।
उन्होंने कहा कि यह रेल लाइन मां ज्वालामुखी, मां चिंतपूर्णी, मां ब्रजेश्वरी, मां चामुंडा इत्यादि को जोड़कर प्रदेश के धार्मिक-पर्यटन में बढ़ोतरी कर प्रदेश के राजस्व में बढ़ोतरी करेगा। वहीं, जिला हमीरपुर व ज़िला मंडी के सरकाघाट, धर्मपुर तहसील व जिला कांगड़ा के पालमपुर, बैजनाथ, जयसिंहपुर तहसील क्षेत्र इत्यादि से भारतीय सेना और अर्धसैनिक बल में कार्यरत युवाओं को यात्रा के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन से लाभ प्राप्त करेगा। ऊना हमीरपुर रेल लाइन के निर्माण में 1,500 करोड़ हिमाचल प्रदेश सरकार व 4,300 करोड़ केंद्र सरकार वहन करेगी। इससे पहले 17 फरवरी को उन्होंने चक्की नदी पर पुल निर्माण की मंजूरी दिलाई है, जिससे जल्द पठानकोट से जोगिंदरनगर के बीच रेल सेवा बहाल हो जाएगी। इसके साथ ही कांगड़ा से नूरपुर के बीच का रेल ट्रैक भी जल्द रिस्टोर कर लिया जाएगा। इसके लिए भी उन्होंने रेल मंत्री से मिलकर मंजूरी दिलवा दी है।