चंडीगढ़, विख्यात पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल एक गैंगस्टर को बुधवार को पंजाब पुलिस ने एक मुठभेड़ में मार गिराया।
भारत-पाकिस्तान सीमा के पास अमृतसर के बाहरी इलाके में चार घंटे से अधिक समय तक चली गोलीबारी के बीच एक अन्य संदिग्ध एक फार्महाउस के अंदर छिपा हुआ है।
मूसेवाला की 29 मई को पंजाब में मानसा के पास उनके पैतृक गांव के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स द्वारा चलाया जा रहा ऑपरेशन अटारी सीमा के पास भकना गांव में चल रहा है, जहां मूसेवाला की हत्या के मुख्य आरोपी गैंगस्टर मनप्रीत सिंह उर्फ मन्नू और जगरूप सिंह उर्फ रूपा छिपे हुए हैं।
हालांकि, मारे गए गैंगस्टर की पहचान के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
पुलिस ने कहा कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गे मनप्रीत ने रूपा और अन्य लोगों के साथ मिलकर 29 मई को मूसेवाला पर गोली चलाई थी, जिससे गायक की मौके पर ही मौत हो गई थी।
एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स के प्रमुख प्रमोद बान ने पिछले महीने मीडिया को बताया था कि जेल में बंद मुख्य साजिशकर्ता गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने कबूल किया था कि मूसेवाला को मारने की योजना पिछले साल अगस्त में विक्की मिद्दुखेड़ा की हत्या का बदला लेने के लिए रची गई थी।
बान ने कहा कि मूसेवाला की हत्या के एक दिन बाद 30 मई को पहली गिरफ्तारी के बाद से अब तक इस मामले में 13 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
कनाडा स्थित गैंगस्टर गोल्डी बराड़, जो बिश्नोई गिरोह का सदस्य है, ने मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली थी।
बान ने इससे पहले कहा था कि शूटर 25 मई को घटना स्थल मूसा गांव के पास मनसा पहुंचे थे। उन्होंने कहा, “पंजाब पहुंचने पर उन्हें कुछ हथियार मुहैया कराए गए। मूसेवाला को मारने के लिए एके सीरीज की राइफलों का इस्तेमाल किया गया था।”