मशहूर कवि कुमार विश्वास ने हाल ही में मुरादाबाद में आयोजित कार्यक्रम के दौरान बिना नाम लिए एक फिल्म कलाकार के बेटे के नाम पर टिप्पणी की, जिसे ‘तैमूर’ से जोड़ा जा रहा है। उनके इस बयान पर समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन पर प्रतिक्रिया दी।
मुरादाबाद के पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन ने एक सवाल के जवाब में कुमार विश्वास की टिप्पणी पर तंज कसते हुए कहा कि ‘तैमूर’ एक नाम है इसे कोई भी रख सकता है। तैमूर का मतलब बहुत ‘ज्यादा मजबूत’ होता है। लोग अपने बच्चों का नाम बादशाहों के नाम पर भी रख लेते हैं। अब ये तो वो जानें कि उन्होंने बादशाह के नाम रखा था या एक नाम के तौर पर नाम पर रखा था।
सपा नेता ने आगे कहा कि यह हकीकत है कि तैमूर एक जालिम बादशाह था। उसने हिंदुस्तान पर हुकूमत भी की थी। बादशाह ने क्या किया, क्या नहीं किया उससे सैफ अली खान के बच्चे को क्यों जोड़ा जा रहा है? अगर सैफ अली खान ने अपने बच्चे का नाम तैमूर रखा तो इसमें क्या बुराई है।
उन्होंने कहा कि लोग जयचंद नाम नहीं रखते हैं क्या? लोगों के जयचंद नाम गांवों में बहुत मिल जाएंगे। एक मुद्दा बनाने के लिए ये सही नहीं है। जयचंद भी एक देशद्रोही बादशाह था। पृथ्वीराज चौहान से उसका झगड़ा था। जयचंद मुल्क के गद्दारों से मिला हुआ था। उसने मुल्क से गद्दारी की थी। लोग फिर भी उसके नाम पर अपने बच्चों का नाम रख लेते हैं।
कुमार विश्वास का कहना है कि भारत जाग गया है। अब ऐसे लुटेरों के नाम पर ना तो हीरो बनने देंगे, ना गद्दार बनने देंगे। इस सवाल के जवाब में सपा नेता ने कहा कि सैफ अली खान का क्या यह कह रहे हैं कि मैंने अपने बेटे का नाम तैमूर बादशाह के नाम पर रखा है। अगर वो ऐसा कहते हैं तो बात अलग है, लेकिन नाम तो नाम है उसका मुद्दा क्यों बनाया जा रहा है। बेवजह हर चीज में विवाद पैदा करना ठीक नहीं है। तैमूर नाम है और नाम तो कुछ भी कोई भी रख सकता है। उन्होंने आगे कहा कि कुमार विश्वास लोगों का अटेंशन लेने के लिए इस तरह की टिप्पणी कर रहे हैं।
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