हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली क्षेत्र में स्थित मस्जिद की तीन अनाधिकृत मंजिलों को ध्वस्त करने के लिए कमिश्नर कोर्ट द्वारा संजौली मस्जिद कमेटी को दिए गए निर्देश के मद्देनजर संजौली मस्जिद कमेटी ने इसके लिए हिमाचल प्रदेश वक्फ बोर्ड से अनुमति मांगी है।
वक्फ बोर्ड को लिखे पत्र में समिति ने कहा है कि संबंधित संपत्ति हिमाचल प्रदेश वक्फ बोर्ड की देखरेख और प्रबंधन में है। इसलिए बोर्ड से अनुरोध है कि वह आवश्यक निर्देश जारी करे ताकि नगर आयुक्त न्यायालय के आदेश के आलोक में कार्रवाई की जा सके।
संजौली मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष मुहम्मद लतीफ ने कहा कि मस्जिद का मालिकाना हक वक्फ बोर्ड के पास है। बोर्ड भी चल रहे मामले में पक्ष है। इसलिए आगे की कार्रवाई के लिए बोर्ड की अनुमति जरूरी है।
उन्होंने कहा, “यह पत्र हिमाचल प्रदेश वक्फ बोर्ड के सीईओ को भेज दिया गया है और बोर्ड की अनुमति मिलते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
5 अक्टूबर को कमिश्नर कोर्ट ने संजौली मस्जिद कमेटी को अगले दो महीने के भीतर अवैध मंजिलों को गिराने का निर्देश दिया था। कोर्ट ने कमेटी को मंजिलों को गिराने का सारा खर्च उठाने का भी निर्देश दिया था। मस्जिद की बाकी दो मंजिलों के बारे में फैसला 21 दिसंबर को लिया जाएगा।
वर्ष 2010 से कमिश्नर कोर्ट में चल रहा यह मामला तब सुर्खियों में आया जब मलयाणा में एक स्थानीय व्यक्ति और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के बीच झगड़े के बाद कई हिंदू संगठनों ने मस्जिद को गिराने की मांग उठानी शुरू कर दी।
सितंबर में, हिंदू संगठनों ने दो अलग-अलग मौकों पर संजौली और पूरे राज्य में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया, जिसके माध्यम से उन्होंने मांग की कि संजौली में मस्जिद के साथ-साथ राज्य के भीतर अन्य अवैध मस्जिदों को भी गिरा दिया जाना चाहिए और राज्य सरकार द्वारा अज्ञात प्रवासियों का उचित सत्यापन सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
तीन मंजिलें गिराने का आदेश कमिश्नर की अदालत ने मस्जिद समिति को शिमला के संजौली क्षेत्र में स्थित मस्जिद की तीन अनधिकृत मंजिलों को ध्वस्त करने का निर्देश दिया था। संजौली मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष ने कहा कि मस्जिद का मालिकाना हक वक्फ बोर्ड के पास है और इसलिए वह भी मामले में पक्ष है
इसलिए आगे की कार्रवाई के लिए वक्फ बोर्ड की अनुमति आवश्यक है सितंबर में हिंदू संगठनों ने मस्जिद को गिराने की मांग को लेकर संजौली और पूरे राज्य में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया था