सोनीपत पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए मंगलवार को राठधाना गांव के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 334बी पर सुबह-सुबह मुठभेड़ के बाद एक कुख्यात गैंगस्टर और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार किया है। कई अपराधों में शामिल यह गिरोह कथित तौर पर यात्रियों को लूटने की कोशिश कर रहा था, तभी पुलिस ने उसे रोक दिया।
बिधल गांव के मोस्ट वांटेड अपराधी चांद उर्फ चंदा उर्फ पहलवान को मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली लगी। उसे पहले सोनीपत सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन बाद में उसे आगे के इलाज के लिए खानपुर स्थित भगत फूल सिंह मेडिकल कॉलेज फॉर विमेन में रेफर कर दिया गया।
तीन अन्य आरोपियों की पहचान उत्तम नगर, बंदेपुर गांव (सोनीपत) निवासी निशांत उर्फ काला, बीधल गांव (सोनीपत) के मनीष उर्फ मोनू और कुंजिया गांव (झज्जर जिला) के सचिन उर्फ टिंकू के रूप में हुई है।
एसीपी (मुख्यालय) अजीत सिंह ने बताया कि सेक्टर-27 क्राइम यूनिट के प्रभारी सब-इंस्पेक्टर अनिल कुमार अपनी टीम के साथ सुबह करीब साढ़े चार बजे एनएच-44 पर बहालगढ़ चौक के पास गश्त कर रहे थे, तभी उन्हें सूचना मिली कि मेरठ-झज्जर रोड (एनएच-334बी) पर राठधाना गांव के पास चार हथियारबंद बदमाश यात्रियों से लूटपाट करने की कोशिश कर रहे हैं।
एसीपी ने कहा, “जैसे ही हमारी टीम मौके पर पहुंची, संदिग्धों ने पुलिस वाहन को रोकने की कोशिश की, ड्राइवर पर पिस्तौल तान दी और नकदी, मोबाइल फोन और अन्य कीमती सामान की मांग की।” “पुलिस को अंदर देखकर, उन्होंने भागने का प्रयास किया। उनमें से एक ने गोली चलाई, जिसके बाद टीम ने जवाबी कार्रवाई की। एक बदमाश के पैर में गोली लगी और वह गिर गया, जबकि अन्य तीन को काबू कर लिया गया और गिरफ्तार कर लिया गया।”
पुलिस ने आरोपियों के पास से पांच पिस्तौलें बरामद कीं – चार .315 बोर की और एक .32 बोर की – आठ जिंदा कारतूस और 470 ग्राम चरस। चांद के पास दो .315 बोर की देशी पिस्तौलें थीं, निशांत के पास एक लोडेड .315 बोर की पिस्तौल थी, सचिन के पास भी एक .315 बोर की पिस्तौल थी और मनीष के पास एक .12 बोर की पिस्तौल और पांच कारतूस थे।
चांद पर 10,000 रुपए का इनाम घोषित किया गया था, उस पर हत्या, हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट उल्लंघन समेत 18 आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से 11 मामलों में उसे भगोड़ा घोषित किया जा चुका है।
निशांत के खिलाफ छह आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि मनीष के खिलाफ तीन मामले दर्ज हैं। पुलिस सचिन के आपराधिक इतिहास की जांच कर रही है। एसीपी अजीत सिंह ने कहा, “चारों आरोपियों चांद उर्फ चंदा, निशांत, मनीष और सचिन के खिलाफ सेक्टर 27 पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।”
अधिकारी ने बताया कि तीनों आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
Leave feedback about this