N1Live Haryana सांसद कुमारी शैलजा ने कहा, भाजपा की नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन आम बात
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सांसद कुमारी शैलजा ने कहा, भाजपा की नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन आम बात

MP Kumari Selja said, protests against BJP's policies are common

सिरसा, 18 जुलाई सिरसा से सांसद कुमारी शैलजा ने भाजपा सरकार की “अप्रभावी” नीतियों की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि इन नीतियों के कारण राज्य के नागरिकों में व्यापक संकट पैदा हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि चाहे दफ्तर हों या अस्पताल, लोग परेशान हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में डॉक्टरों की हड़ताल के कारण मरीज परेशान थे और अब कंप्यूटर ऑपरेटरों की हड़ताल के कारण रजिस्ट्री और म्यूटेशन की प्रक्रिया ठप हो गई है। उन्होंने कहा कि इस हड़ताल से न केवल कर्मचारी बल्कि आम जनता भी बुरी तरह प्रभावित हो रही है।

सरकार अनुत्तरदायी राज्य के अस्पतालों में डॉक्टर हड़ताल पर चले गए, फिर भी सरकार उदासीन रही… इसके अलावा, कंप्यूटर पेशेवरों की अनिश्चितकालीन हड़ताल ने विभिन्न सेवाओं को बाधित किया। – कुमारी शैलजा, सांसद

मीडिया को दिए गए बयान में शैलजा ने कहा कि जनता ने भाजपा की किसी भी नीति की सराहना नहीं की है, जो कर्मचारियों और अन्य लोगों दोनों के लिए बोझ बन गई है। उन्होंने कहा, “सरकारी नीतियों के खिलाफ विरोध और हड़ताल व्यापक हैं, जिससे लोगों में असुरक्षा की भावना पैदा हो रही है।” शैलजा ने जोर देकर कहा कि जो सरकार बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने में विफल रही और नागरिकों को असुरक्षित महसूस कराया, उसे सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर हड़ताल पर चले गए, फिर भी हरियाणा सिविल मेडिकल एसोसिएशन की चेतावनियों के बावजूद सरकार उदासीन बनी रही। सरकारी अस्पतालों में आवश्यक 10,000 के बजाय केवल लगभग 3,000 डॉक्टर होने के कारण, प्रति डॉक्टर मरीजों का भार बहुत अधिक है। उन्होंने आरोप लगाया कि डॉक्टरों की मांगों को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है और सरकार केवल खोखले वादे कर रही है।

उन्होंने कहा कि इसके अलावा, कंप्यूटर पेशेवरों की अनिश्चितकालीन हड़ताल से राजस्व की भारी हानि हुई है तथा लोगों को असुविधा हुई है, जिससे भूमि पंजीकरण, जाति प्रमाण पत्र और वाहन पंजीकरण जैसी विभिन्न सेवाएं बाधित हुई हैं।

शैलजा ने वादा किया कि कांग्रेस सरकार के तहत हड़तालों को रोकने और जनता की कठिनाइयों को कम करने के लिए जनहितैषी नीतियां लागू की जाएंगी।

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