हाल ही में रिलीज हुई ओटीटी सीरीज ‘सलाकार’ में अपने अभिनय के लिए खूब तारीफ बटोर रहे अभिनेता मुकेश ऋषि ने अपने किरदार के बारे में बात की।
मुकेश ऋषि ने इस सीरीज में पाकिस्तानी तानाशाह मुहम्मद जिया-उल-हक की भूमिका निभाई है। हाल ही में ‘सलाकार’ के प्रमोशन के दौरान उन्होंने आईएएनएस से बात की और बताया कि उन्होंने इसमें अपने रोल को किस तरह से निभाया है।
मुकेश ऋषि ने आईएएनएस से कहा, “जब आपके पास ऐसा किरदार होता है, तो बहुत सी चीजें अपने आप आपके पक्ष में आने लगती हैं। मेकर्स ने जो लुक मुझे दिया, कॉस्ट्यूम डिजाइनर ने जो कुर्ता पहनाया—ये सब मिलकर किरदार को महसूस करने में मदद करते हैं। ऐसे किरदार आपके अंदर से बनने लगते हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “फिल्मों में इतने समय मिले अनुभव का मतलब ही यह है कि आपको पता रहता है कि कौन-सा किरदार किस तरह से पेश करना है और किरदार को और बेहतर बनाने के लिए हम निर्देशक के निर्देशों का पालन करते हैं। जो वह हमें बताते हैं, उसे हम कैमरे के सामने पेश कर देते हैं। अगर डायरेक्टर मुझे कहता है कि किरदार की आवाज या अंदाज को थोड़ा कम करना है, तो मैं वैसा ही करता हूं। इससे चीजें आसान हो जाती हैं। अगर डायरेक्टर कहते हैं कि किरदार की इंटेंसिटी को कुछ कम करना है, तो मैं वैसा ही करता हूं। यह आसान हो जाता है।”
मुकेश ने बताया कि किरदार का माहौल, गेट-अप, और सेट का माहौल उन्हें जिया-उल-हक के किरदार में ढालने में मददगार रहा।
उन्होंने कहा, “डायरेक्टर ने मुझे जिस कार में बैठाया, घर का सीन, जिया के पढ़ी हुई किताबों का माहौल—इन सबने मेरे किरदार में ढलने में मदद की। मुझे ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं पड़ी। स्क्रिप्ट के शब्द ही मुझे रास्ता दिखा रहे थे।”
जिया-उल-हक को भारत-पाकिस्तान के बीच कई समस्याओं की जड़ माना जाता है। वही ऐसा व्यक्ति था जिसने जुल्फिकार अली भुट्टो की योजना ‘हजार घावों के जरिए भारत को कमजोर करो’ को असली रूप दिया। हालांकि बाद में जिया ने ही जुल्फिकार अली भुट्टो को एक मामले में फंसा दिया और उसे फांसी की सजा हुई।
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