पंजाब में शिवसेना के जिला युवा अध्यक्ष शिव कुमार शिवा का खून से लथपथ शव मिलने के लगभग एक सप्ताह बाद कल शाम उसकी पहचान हो गई, जिसके बाद उसके परिवार और पार्टी नेताओं ने आरोप लगाया कि उसकी हत्या की गई थी। पुलिस ने 6 दिसंबर को यहां बुरा गुज्जर रोड से रहस्यमय परिस्थितियों में एक अज्ञात शव बरामद किया था।
कई दिनों तक शव की पहचान न हो पाने के कारण, एक गैर सरकारी संगठन के सदस्य गुरुवार को उसका अंतिम संस्कार करने की तैयारी कर रहे थे, तभी किसी तरह परिवार को इसके बारे में पता चला और उन्होंने शव को शिव के रूप में पहचान लिया।
राज्य शिवसेना अध्यक्ष राजेश गर्ग ने दावा किया कि 5 दिसंबर को दोपहर करीब 2 बजे एक युवक शिव को उसके घर से ले गया था। गर्ग ने कहा, “इसी साल 11 जून को बस स्टैंड के सामने हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान, शिव समेत हम सब एक युवक से भिड़ गए थे, जिसने हम पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की थी। हमारे खिलाफ मामला दर्ज किया गया था और हमें लगातार धमकियां मिल रही थीं। इसी दुश्मनी के चलते शिव की हत्या कर दी गई।”
पुलिस ने इस मामले में मुक्तसर निवासी रमन, निक्कू और अंकुश के खिलाफ मामला दर्ज किया है। डीएसपी बचन सिंह ने कहा कि मौत का सही कारण पोस्टमार्टम के बाद ही पता चलेगा।

