महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भांडुप बस हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों को पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की। सोमवार रात उत्तर-पूर्वी मुंबई के भांडुप वेस्ट में भीड़भाड़ वाली स्टेशन रोड पर एक बीईएसटी (बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट) बस ने पैदल चलने वालों को कुचल दिया। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई और 9 अन्य घायल हो गए।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ‘एक्स’ पोस्ट में कहा, “मुंबई में भांडुप रेलवे स्टेशन के पास एक जानलेवा हादसे में 4 लोगों की मौत की दुखद घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं। इस घटना में 9 लोग घायल हुए हैं। मैं भगवान से उनके जल्द ठीक होने की प्रार्थना करता हूं। राज्य सरकार मृतकों के परिवारों को 5 लाख रुपे की आर्थिक मदद देगी।”
पुलिस के मुताबिक, बस रिवर्स करते समय बेकाबू हो गई और पास खड़े पैदल चलने वालों से टकरा गई। बाद में चार लोगों की मौत हो गई, जिनमें तीन महिलाएं शामिल हैं। हादसे में घायल लोगों को इलाज के लिए पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया। मृतकों की पहचान प्रणिता संदीप रसम (35), वर्षा सावंत (25), मानसी मेघश्याम गुरव (49) और प्रशांत शिंदे (53) के रूप में हुई।
ड्राइवर की पहचान संतोष रमेश सावंत (52) के रूप में हुई है, जबकि भगवान भाऊ घारे (47) बस के कंडक्टर थे। हादसे के तुरंत बाद स्थिति को संभालने और इलाके में ट्रैफिक कंट्रोल करने के लिए घटनास्थल पर बड़ी संख्या में पुलिस तैनात की गई।
मौके पर मौजूद चश्मदीदों ने बताया कि बस पटरी से उतरने और सड़क पर चल रहे पैदल चलने वालों को टक्कर मारने से कुछ देर पहले तेज रफ़्तार में थी। पुलिस ने कहा कि जांच के तहत इन दावों की पुष्टि की जा रही है। अधिकारियों ने हादसे की वजह बनने वाली घटनाओं के क्रम का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है, जिसमें यह भी शामिल है कि क्या कोई मैकेनिकल खराबी या अन्य कारण शामिल थे। घटना की जांच की जा रही है।
ट्रांसपोर्ट सेक्टर के एक्सपर्ट्स के अनुसार, जब तक बस स्टॉप को रीडिजाइन नहीं किया जाता, फुटपाथ साफ नहीं किए जाते, और ट्रैफिक मूवमेंट को बेहतर ढंग से रेगुलेट नहीं किया जाता, तब तक भांडुप और कुर्ला जैसे हादसे बार-बार होने का खतरा बना रहेगा।
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