नगर निगम, यमुनानगर-जगाधरी (एमसीवाईजे) जुड़वां शहरों यमुनानगर और जगाधरी में नए वेंडिंग जोन स्थापित करेगा।
नगर निगम (एमसीवाईजे) ने नए वेंडिंग ज़ोन के लिए स्थानों की पहचान करने हेतु एक समिति, टाउन वेंडिंग कमेटी, का गठन किया है। इस समिति में नगर योजनाकार, सहायक नगर योजनाकार, मुख्य स्वच्छता निरीक्षक और नगर निगम (एमसीवाईजे) के अन्य अधिकारी शामिल हैं। यह समिति नगर निगम क्षेत्र का सर्वेक्षण करेगी और सर्वेक्षण के आधार पर एक रिपोर्ट तैयार करेगी।
जानकारी के अनुसार, एमसीवाईजे कमिश्नर महाबीर प्रसाद ने हाल ही में टाउन वेंडिंग कमेटी की बैठक भी ली थी।
बैठक में पंचकूला और मानेसर की तर्ज पर वेंडिंग जोन की व्यवस्था करने, वहां ठेलों को स्थानांतरित करने और उनकी देखभाल के लिए एक विशेषज्ञ एजेंसी को नियुक्त करने का निर्णय लिया गया। बैठक में बताया गया कि नगर निगम के प्रारंभिक सर्वेक्षण में 15,613 स्ट्रीट वेंडरों की पहचान की गई है और उन्हें अनुशंसा पत्र (एलओआर) जारी किए गए हैं।
एमसीवाईजे के एक अधिकारी ने बैठक में बताया, “करीब 3,895 रेहड़ी-पटरी वाले फल और सब्ज़ियाँ बेचते हैं, लगभग 1,700 रेहड़ी-पटरी वाले फ़ास्ट फ़ूड बेचते हैं और बाकी अन्य गतिविधियों में लगे हुए हैं। पीएम स्वनिधि योजना के तहत 10,690 रेहड़ी-पटरी वालों को ऋण मिला है।”
जानकारी के अनुसार नगर निगम ने पिछले वर्ष भी दोनों शहरों में कुछ वेंडिंग जोन स्थापित किए थे। उन वेंडिंग जोन में जगाधरी के सेक्टर 17 के पास, जगाधरी के प्रकाश चौक और यमुनानगर में जब्बी वाला गुरुद्वारा शामिल हैं, जहां लगभग 340 स्ट्रीट वेंडरों को स्थानांतरित किया जा सकता है।
नगर आयुक्त महावीर प्रसाद ने निगम अधिकारियों को नए वेंडिंग जोन स्थापित करने के लिए स्थानों की पहचान करने के निर्देश दिए।
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