बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर मुजफ्फरपुर जिले के 11 विधानसभा क्षेत्रों में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए पुलिस ने कड़े इंतजाम किए हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सुशील कुमार ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में बताया कि आचार संहिता लागू होने के बाद से अब तक मादक पेय (एमएमसी एक्ट) के तहत करीब 20,000 लीटर शराब जब्त की गई है। उन्होंने कहा कि शराब, पैसा और हथियारों का चुनावी दुरुपयोग रोकने के लिए सतर्कता बरती जा रही है।
एसएसपी सुशील कुमार ने जानकारी दी कि जिले में 33 स्थायी चेकिंग पॉइंट स्थापित किए गए हैं, जहां वाहनों की सघन जांच हो रही है। इसके अलावा, मोबाइल टीमों द्वारा घूम-घूम कर छापेमारी की जा रही है ताकि कोई अवैध सामग्री बाहर न निकले।
उन्होंने बताया कि हमारा फोकस है कि चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और शांतिपूर्ण रहे। किसी भी प्रकार की धांधली या हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस अभियान के तहत कई अवैध शराब के ठिकानों पर छापे मारे गए हैं, जिससे अवैध कारोबार पर लगाम लगी है।
सुरक्षा के लिहाज से मुजफ्फरपुर में 68 कंपनियां (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और राज्य पुलिस) तैनात की गई हैं। एसएसपी ने कहा कि संदिग्ध तत्वों पर नजर रखने के लिए 8,000 से अधिक लोगों को चिह्नित (कम डाउन) किया गया है। इनमें से कई पर निगरानी बढ़ा दी गई है ताकि वे चुनावी माहौल बिगाड़ न सकें। इसके साथ ही, अपराध नियंत्रण अधिनियम (सीसीए) के तहत चार अपराधियों पर कार्रवाई की गई है। सभी थानों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि बकायदा वारंट वाले अपराधियों को गिरफ्तार किया जाए।
एसएसपी ने ड्रग्स के अवैध कारोबार पर भी नकेल कसने की बात कही। जिले में सघन कार्रवाई के दौरान ड्रग्स की बरामदगी हुई है। उन्होंने बताया कि नशे के सौदागरों पर विशेष अभियान चलाया जा रहा है, क्योंकि यह युवाओं को भटकाने का बड़ा खतरा है।
Leave feedback about this