सिंधुदुर्ग, 7 सितंबर आज पूरा देश गणेश चतुर्थी का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मना रहा है। महाराष्ट्र में इस पर्व को लेकर खासा उत्साह है। इस अवसर पर महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने गणपति बप्पा की पूजा-अर्चना की और सभी को शुभकामनाएं दी।
महाराष्ट्र का सबसे बड़ा त्योहार गणेश उत्सव शुरू हो चुका है। मुंबई का सबसे खास और मशहूर पंडाल लालबाग में स्थापित है। यहां स्थापित भगवान गणेश को लालबागचा राजा कहा जाता है। गणपति बप्पा के दर्शन करने के लिए लोग पंडालों में पहुंच रहे हैं। भक्त घरों में भी भगवान गणेश की मूर्ति की स्थापना कर पूजा-अर्चना कर रहे हैं।
महाराष्ट्र सरकार में शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने भी सावंतवाड़ी स्थित अपने पैतृक घर में गणपति बप्पा की स्थापना की है। उन्होंने परिवार सहित विधि पूर्वक गणपति की पूजा की और प्रदेश की जनता को इस खास पर्व की बधाई दी।
उन्होंने कहा कि भगवान गणेश से मेरी कामना है कि महाराष्ट्र की जनता सुखी और समृद्ध रहे। भगवान गणपति विद्या के देवता हैं। इस साल से शिक्षा विभाग में अनेक बदलाव आ रहे हैं। महाराष्ट्र के विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा प्राप्त हो, यही मेरी यही प्रार्थना है। किसान सुखी और समृद्ध हों, अच्छी फसल से उन्हें खुशहाली मिले।
बता दें कि भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि बेहद खास होती है। क्योंकि गणेश पुराण के अनुसार भगवान गणपति का जन्म भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि, चित्रा नक्षत्र मध्याह्र काल में हुआ था।
पौराणिक कथा के अनुसार, माता पार्वती ने अपने उबटन से भगवान गणेश की रचना की थी। उस दिन भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि थी।
इस दिन हर साल गणेश चतुर्थी मनाई जाती है। 10 दिनों तक चलने वाले गणेशोत्सव की धूम भारत ही नहीं, दुनियाभर में देखने को मिलती है।
इस खास दिन पर गणपति बप्पा की स्थापना की जाती है और विधि-विधान से उनकी पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में भगवान गणेश विघ्नहर्ता और प्रथम पूज्य हैं और शुभता के प्रतीक हैं। ऐसी मान्यता है कि गणेश चतुर्थी का व्रत रखने और पूजा करने से गणपति बप्पा सभी मनोकामना पूरी करते हैं और भक्तों की सभी परेशानियां दूर हो जाती है।
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