ओलंपियन और पूर्व रेसलर विनेश फोगाट को हरियाणा सरकार की ओर से नगद पुरस्कार (4 करोड़ रुपये) और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) के तहत एक प्लॉट दिया जाएगा। हरियाणा सरकार में मंत्री गौरव गौतम ने शनिवार को कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सैनी जो वादा करते हैं, वह पूरा करते हैं।
न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान हरियाणा सरकार में मंत्री गौरव गौतम ने कहा कि विनेश फोगाट को सरकार की तरफ से सरकारी नौकरी का भी ऑफर दिया गया था। लेकिन, उन्होंने नगद पुरस्कार और प्लॉट का ऑप्शन चुना। उन्होंने कहा कि हरियाणा के युवा खेल में आगे आ रहे हैं और सरकार की ओर से उन्हें लगातार प्रोत्साहित भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 2036 में भारत ओलंपिक की मेजबानी करेगा। हरियाणा के युवाओं को 36 मेडल लाने का टारगेट दिया गया है।
दूसरी ओर, विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने पोस्ट में लिखा, “खिलाड़ी की मेहनत को सम्मान मिले। यही असली जीत है। मुझे जनता ने बहुत कुछ दिया है। प्यार, सम्मान, विश्वास, हिम्मत और हौंसला। अब वक्त है इस सबका ऋण चुकाने का। एक जनप्रतिनिधि होने के नाते और जिस संघर्ष का मैं हिस्सा रही हूँ, उसे देखते हुए मेरी जिम्मेदारियां अब सिर्फ एक खिलाड़ी की नहीं, बल्कि उन हज़ारों सपनों की हैं जो खेल के जरिए एक सुरक्षित वातावरण में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं।”
विनेश ने आगे लिखा कि यह हमेशा मेरा सपना रहा है कि मैं अगली पीढ़ी के खिलाड़ियों के लिए बेहतर सुविधाएं और अच्छा खेल वातावरण दे सकूं। अब वह समय आ गया है। सर्व-समाज और हरियाणा सरकार द्वारा मुझे ओलंपिक में मेरे प्रदर्शन के लिए जो मान-सम्मान दिया गया है, मैं उसके लिए हमेशा आभारी रहूंगी। सरकार द्वारा दी जाने वाली यह पुरस्कार राशि केवल एक इनाम नहीं है। यह एक अवसर है, एक जरिया है उस सपने को साकार करने का, जो मैं सालों से देखती आ रही हूं।
विनेश ने आगे बताया कि इस पुरस्कार राशि का उपयोग अंतरराष्ट्रीय लेवल की खेल अकादमी की स्थापना में किया जाएगा, जहां युवा खिलाड़ी बेहतरीन संसाधनों के साथ अपनी प्रतिभा को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकें। एक ऐसी अकादमी जहां युवा खिलाड़ी न सिर्फ संसाधनों की कमी से मुक्त हों, बल्कि उन्हें वो सम्मान और प्रेरणा भी मिले, जो हर मेहनती खिलाड़ी का अधिकार है। विनेश ने कहा, “इसलिए मुझे आप सब के सहयोग की जरूरत पड़ेगी, क्योंकि यह सिर्फ मेरा नहीं, हम सबका सपना है और इसे पूरा करना भी हम सबकी जिम्मेदारी है।”