सात दिवसीय राज्य स्तरीय नलवाड़ मेला 2025 का समापन कल मंडी जिले के सुंदरनगर में भव्य शोभा यात्रा के साथ हुआ। 22 मार्च से शुरू हुए इस जीवंत उत्सव में पूरे क्षेत्र से उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई।
समापन समारोह में शहरी एवं ग्रामीण नियोजन, आवास प्रबंधन, तकनीकी शिक्षा और व्यावसायिक औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। उन्होंने पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस से नागौन स्टेडियम तक शोभा यात्रा का नेतृत्व किया और कुश्ती प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित भी किया। समारोह में पूर्व मुख्य संसदीय सचिव सोहन लाल ठाकुर और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी शामिल हुए। धर्माणी ने मेले के सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए एक स्मारक स्मृति चिन्ह जारी किया। कुश्ती दंगल एक प्रमुख आकर्षण था, जिसने दो दिनों तक हजारों दर्शकों को आकर्षित किया।
कुश्ती प्रतियोगिता में रोहतक के सोमवीर ने प्रतिष्ठित सुकेत केसरी का खिताब जीता, जबकि चंडीगढ़ के आशीष दूसरे स्थान पर रहे। सोमवीर को 51,000 रुपये, एक गुज़र (पारंपरिक उपहार) और बर्तन मिले, जबकि आशीष को 41,000 रुपये और इतने ही पुरस्कार दिए गए।
सुकेत हिमाचल कुमार वर्ग में भटवाड़ा के धीरज ने खिताब जीता, जबकि भटवाड़ा के ही भारत भूषण दूसरे स्थान पर रहे। धीरज को 31,000 रुपये और भारत भूषण को 25,000 रुपये का पुरस्कार दिया गया। दोनों को पारंपरिक उपहार दिए गए। सुकेत कुमार अंडर-17 प्रतियोगिता में सुंदरनगर के शखवीर यादव विजेता बने, जबकि धवाल के सिद्धार्थ उपविजेता रहे। उन्हें उपहारों के साथ क्रमशः 15,000 और 11,000 रुपये दिए गए।
नलवाड़ मेला एक बड़ी सफलता थी, जिसमें क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और खेलकूद का जश्न मनाया गया। कुश्ती प्रतियोगिताओं ने इस आयोजन के आकर्षण को और बढ़ा दिया, जिससे यह हिमाचल प्रदेश की परंपरा और शारीरिक कौशल का सच्चा प्रतिबिंब बन गया।
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