जयपुर, 26 जून । राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट ने बुधवार को एनडीए सरकार पर निशाना साधा। उनका कहना है कि नीट घोटाला देश का सबसे बड़ा मुद्दा है, लेकिन सरकार इसे छुपाने की कोशिश कर रही है।
सचिन पायलट ने अपने आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि नीट घोटाले के कारण लाखों युवा सदमे में हैं।
शुरुआत में सरकार का रवैया अड़ियल था, लेकिन बाद में अपनी गलती मान ली। अब जिस तरह से मामले को छुपाने का काम किया जा रहा है, वह ठीक नहीं है।
उन्होंने कहा, “स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार हमारे देश में शिक्षित बेरोजगारों की संख्या सबसे ज्यादा है। सरकार को इस चुनौती का समाधान खोजने के लिए काम करना चाहिए।”
सचिन पायलट ने मांग की कि इस घोटाले के लिए जिम्मेदार लोगों को नहीं बचाया जाना चाहिए। सरकार को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। जिस तरह से नीट मामले के बाद अन्य परीक्षाएं रद्द की गई हैं, उससे सरकार की एक व्यवस्थित विफलता साबित होती है।
उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के लोगों को बुनियादी सुविधाएं देने में विफल रही है। हम राज्य में बिजली और पानी की वास्तविक स्थिति देख सकते हैं। ऐसी स्थिति में हम उपचुनाव मजबूती से लड़ेंगे।
नए लोकसभा अध्यक्ष पर उन्होंने कहा, “मुझे उम्मीद है कि विपक्ष को बोलने का मौका दिया जाएगा। एक दिन में 147 सांसदों के निलंबन जैसी घटनाएं नहीं दोहराई जाएंगी।”
सचिन पायलट ने एजेंसियों के दुरुपयोग को लेकर भी केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा, “एनडीए सरकार ने दमनकारी नीतियां अपनाई थीं। पिछली सरकार में शायद ही कोई एजेंसी थी जिसका दुरुपयोग न हुआ हो। इसलिए जनता ने सरकार को आईना दिखाया कि वह विपक्ष को बेवजह न दबाए।”
राहुल गांधी के विपक्ष का नेता बनने पर उन्होंने कहा, “राहुल गांधी के विपक्ष का नेता बनने से न केवल कांग्रेस बल्कि पूरे इंडिया गठबंधन में ऊर्जा का संचार हुआ है। राहुल गांधी ने लगातार सरकार को चुनौती दी है। वे संसद के अंदर और बाहर लोगों की आवाज़ बन गए हैं।”
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