समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रवक्ता आजम खान ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने मन बना लिया है कि अगली सरकार महागठबंधन की होगी। खान ने एनडीए पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले 20 वर्षों में डबल इंजन सरकार ने बिहार में सिर्फ लूट मचाई है। इस बार जनता उनके बहकावे में नहीं आएगी।
आईएएनएस से बातचीत के दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बिहार दौरे पर तंज कसते हुए कहा कि बिहार में नफरत की राजनीति नहीं चलेगी। योगी आदित्यनाथ के किसी भी बयान से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उन्हें खाली हाथ लौटना होगा। बिहार की जनता समझदार है और बुलडोजर की राजनीति को स्वीकार नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि बिहार की जनता नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी पर भरोसा नहीं करेगी। वहां 20 साल से लूट चल रही है। अगली सरकार महागठबंधन की बनेगी।
दुर्गापुर गैंगरेप मामले में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल द्वारा राष्ट्रपति और गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेजने पर उन्होंने कहा कि बंगाल में विपक्ष की सरकार होने के कारण वहां के राज्यपाल अचानक सक्रिय हो जाते हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश में, जहां हाल ही में लखनऊ जैसे शहर में गैंगरेप की घटना हुई, वहां की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, जो स्वयं एक महिला हैं, कोई सक्रियता नहीं दिखातीं। भाजपा और उनके राज्यपालों की यह दोहरी नीति है। बंगाल का गैंगरेप उन्हें दिखता है, लेकिन उत्तर प्रदेश, बिहार या अन्य भाजपा शासित राज्यों में ऐसी घटनाएं उन्हें नजर नहीं आतीं।
उन्होंने एसआईआर का जिक्र करते हुए कहा कि हम एसआईआर का विरोध नहीं कर रहे। हम चाहते हैं कि यह प्रक्रिया निष्पक्ष और ईमानदार हो। बिहार में पलायन एक बड़ा मुद्दा है। जो लोग नौकरी के लिए बाहर गए हैं, उनके नाम मतदाता सूची से नहीं हटाए जाने चाहिए। एसआईआर में पारदर्शिता होनी चाहिए, और बिहार के सभी पात्र मतदाताओं को सूची में शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने चुनाव आयोग पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव आयोग भाजपा के साथ मिलकर काम कर रहा है। यह भाजपा के कार्यालय से संचालित हो रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ‘भारत रूस से तेल नहीं खरीदेगा’ बयान पर कहा कि यह भारत के लिए अफसोस की बात है कि हमारे फैसले अमेरिका से तय हो रहे हैं। ट्रंप सीजफायर की घोषणा करते हैं, जो भारत की विदेश नीति की विफलता को दर्शाता है।