नई दिल्ली, 28 सितंबर । हिमाचल प्रदेश सरकार में पीडब्ल्यूडी एवम् शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह दिल्ली में हैं। कथित तौर पर उन्हें कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने
तलब किया थी। जिसकी वजह वो आदेश बताया जा रहा है जिसमें उन्होंने स्ट्रीट वेंडर्स को अपना नेम प्लेट लगाने को कहा था।
इस तरह की चर्चाओं पर शनिवार को खुद विक्रमादित्य ने विराम लगा दिया। आईएएनएस से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, इस्तीफे की खबरें सिर्फ खबरें हैं। उन खबरों में हम नहीं जाते हैं। मैंने शीर्ष नेतृत्व के सामने हिमाचल प्रदेश की बात पूरी मजबूती के साथ रखी है। संगठन हमारे लिए महत्वपूर्ण है। शीर्ष नेतृत्व की ओर से जो भी आदेश होगा उसका पालन किया जाएगा।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा, मैं दिल्ली अपने विभाग से संबंधित कामों की वजह से भी आया हूं। मैंने रेलवे बोर्ड के चेयरमैन से मुलाकात की है। चूंकि, मैं दिल्ली आया हूं तो मैंने कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से भी मुलाकात की। मुलाकात के दौरान मैंने हिमाचल प्रदेश से जुड़े मुद्दों पर अपनी बात रखी है। साथ ही जो एक विवाद प्रदेश में चला है, उस संबंध में भी बात रखी। मैंने संगठन को विश्वास दिलाया है कि हम पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ता हैं और पार्टी की ओर से जारी होने वाले आदेशों का पालन करेंगे।
उन्होंने दावा किया कि, मैंने शीर्ष नेतृत्व से कहा है कि हमारे लिए संगठन पहले हैं। लेकिन, हमारे लिए हिमाचल प्रदेश के लोगों का हित भी महत्वपूर्ण है। वेंडिंग जोन के मुद्दे पर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के कई निर्देश हैं। इस बारे में भी शीर्ष नेतृत्व को बताया गया है। वेंडिंग जोन के मुद्दे पर विधानसभा अध्यक्ष के नेतृत्व में एक कमेटी भी बनी है। जिसमें सत्ता और विपक्ष के विधायक भी हैं। सभी बैठकर यह तय करेंगे कि कैसे वेंडिंग को देखना है।
उन्होंने कहा, मैं कहना चाहता हूं कि हिमाचल प्रदेश में देश के किसी भी कोने में रोजगार के लिए कोई भी आ सकता है। सभी का हिमाचल की धरती पर स्वागत है। लेकिन, प्रदेश की आंतरिक सुरक्षा के साथ समझौता नहीं कर सकते हैं। क्योंकि, यहां के लोगों का ख्याल रखना हमारी जिम्मेदारी है।
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