शिमला, हिमाचल प्रदेश के सेब बहुल क्षेत्र, अपर शिमला और किन्नौर को राजधानी से जोड़ने वाला, नेशनल हाईवे, गड्ढ़ों में तब्दील हो गया है। गड्ढों से भरी यह सड़क सेब की ढुलाई में बाधक बन रही है। यही हालत प्रदेश के अन्य जिलों और ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों का भी है। गड्ढ़ों में तब्दील सड़कों पर हर वक्त हादसे होने का खतरा रहता है। लोगों को रोजाना परेशानियों से जूझना पड़ रहा है।
लोक निर्माण विभाग के अधिकारी आए दिन इन गड्ढ़ों को अनदेखा कर जाते हैं, जबकि सेब सीजन शुरू होने से पहले, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विभाग को, सड़कों की दुर्दशा सुधारने के निर्देश दिए थे, लेकिन ज्यादातर क्षेत्रों में सड़कों की हालत बहुत खराब है। पहाड़ी राज्य होने के नाते हिमाचल की सड़कों को यहां के लोगों की, भाग्य रेखाएं कही जाता है, लेकिन यह भाग्य रेखाएं गड्ढों में बदल हो चुकी हैं।
चिंता इस बात की है कि, केंद्र सरकार से हाईवे की, मरम्मत के लिए बीते कुछ वर्षों से, पर्याप्त बजट नहीं मिल रहा है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी कोरोना से पहले, दिल्ली जाकर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं, राजमार्ग से राज्य के नेशनल हाईवे लोक निर्माण विभाग को, बजट देने का आग्रह कर चुके हैं।