राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को सुबह-सुबह डबवाली में छापेमारी की, जिसमें अमृतपाल सिंह उर्फ राजू और मोस्ट वांटेड आतंकवादी अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श दल्ला से जुड़े गैंगस्टर-आतंकवादी नेटवर्क के बीच संबंधों की जांच की गई। धालीवाल नगर और लोहगढ़ गांव में छापेमारी की गई, जहां निवासियों से संदिग्धों से उनके संबंधों के बारे में पूछताछ की गई।
धालीवाल नगर में एनआईए की टीम ने नगर निगम के कर्मचारी बलराज के घर जाकर राजू और अर्श दल्ला से उसके संबंधों के बारे में 20 मिनट तक पूछताछ की। बलराज ने बताया कि राजू के पिता के साथ उसके पारिवारिक संबंध हैं और वह कभी-कभी चारा लेने के लिए उनके घर जाता था। उसने अर्श दल्ला के बारे में किसी भी जानकारी से इनकार किया। संक्षिप्त पूछताछ के बाद टीम वहां से चली गई।
लोहगढ़ में एनआईए की टीम ने राजू के घर पर छापा मारा, जो एक कुख्यात अपराधी है और वर्तमान में बठिंडा जेल में बंद है। राजू से सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड और लॉरेंस गैंग से उसके संबंधों के संबंध में कई बार पूछताछ की जा चुकी है। राजू के भाई आज़ाद सिंह ने छापे की पुष्टि की और बताया कि भाई-बहन होने के बावजूद उनके और राजू के बीच बहुत कम बातचीत होती है।
सूत्रों के अनुसार, यह जांच गैंगस्टर-आतंकवादी गठजोड़ को खत्म करने के लिए एनआईए के व्यापक प्रयासों का हिस्सा है। राजू के पहले से ही हिरासत में होने के बाद, अब ध्यान उसके कनेक्शन और अर्श दल्ला के नेटवर्क को उजागर करने पर है।