N1Live Himachal शहादत के नौ महीने बाद सैनिक का किन्नौर स्थित पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया
Himachal

शहादत के नौ महीने बाद सैनिक का किन्नौर स्थित पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया

Nine months after martyrdom, the soldier was cremated in his ancestral village in Kinnaur.

किन्नौर, 10 जुलाई किन्नौर जिले के त्रांडा गांव के हवलदार रोहित नेगी का पार्थिव शरीर उनकी शहादत के नौ महीने बाद मंगलवार को उनके पैतृक गांव लाया गया।
अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। समारोह में डोगरा स्काउट्स के कमांडर मौजूद थे, जिन्होंने सलामी दी, जबकि भबा नगर के तहसीलदार अरुण और पुलिस की टुकड़ी सहित प्रशासनिक अधिकारी भी इस अवसर पर मौजूद थे।

सैकड़ों ग्रामीण 26 वर्षीय शहीद को अश्रुपूर्ण विदाई देने के लिए वहां एकत्र हुए। वातावरण “रोहित नेगी अमर रहे” के नारों से गूंज उठा।

डोगरा रेजिमेंट में सेवारत हवलदार रोहित नेगी पिछले साल अक्टूबर के पहले सप्ताह में कश्मीर सीमा पर एक मिशन के दौरान शहीद हो गए थे, जहाँ वे और उनके साथी सैनिक हिमस्खलन में दब गए थे। दुर्घटना के तुरंत बाद एक सैनिक का शव बरामद कर लिया गया था, जबकि अन्य की तलाश जारी रही, जिसके बाद चार दिन पहले रोहित नेगी का शव बरामद हुआ।

सेना ने 8 जुलाई को उनके पार्थिव शरीर को कारगिल से लेह और फिर चंडीगढ़ पहुंचाया। चंडीगढ़ से शव को सड़क मार्ग से रामपुर ले जाया गया और मंगलवार सुबह 10 बजे उनके गांव ट्रांडा पहुंचा। जैसे ही उनका पार्थिव शरीर चौरा पहुंचा, वहां बड़ी संख्या में जिले के लोग एकत्र हुए और देशभक्ति के नारे लगाए, शव यात्रा को उनके घर और अंत में श्मशान घाट तक पहुंचाया।

वहां समुदाय ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की और राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया हिमस्खलन में दब गया था डोगरा रेजिमेंट में सेवारत हवलदार रोहित नेगी पिछले वर्ष अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में कश्मीर सीमा पर एक मिशन के दौरान शहीद हो गए थे, जहां वे और उनके साथी सैनिक हिमस्खलन में दब गए थे।

Exit mobile version