बिहार सरकार में मंत्री दिलीप जायसवाल ने बताया कि हमारा मुख्य मकसद सिर्फ प्रदेश के युवाओं को रोजगार देना है। इस दिशा में हम पूरी रूपरेखा निर्धारित कर चुके हैं, जिसके अनुरूप मौजूदा समय में हमारी सरकार काम कर रही है। इस दौरान हम किसी भी प्रकार की कोताही स्वीकार नहीं कर रहे हैं।
दिलीप जायसवाल ने सोमवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा कि बिहार चुनाव के दौरान भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश के एक करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था और हम इस वादे को हर हाल में पूरा करके रहेंगे। एक उद्योग मंत्री होने के नाते मैं प्रदेश में लगातार निवेशकों को आमंत्रित कर रहा हूं और उन्हें यह बताने की कोशिश कर रहा हूं कि हमारे यहां पर निवेश की प्रबल संभावना है।
उन्होंने कहा कि मुझे प्रदेश में उद्योग मंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मैं अपनी जिम्मेदारी का बखूबी निर्वहन कर रहा हूं। राज्य में लगातार तेज गति से काम हो रहा है। हमारे मुख्य सचिव भी लगातार प्रदेश में निवेशकों को आमंत्रित करके उन्हें निवेश के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। निसंदेह निवेशक हमारे प्रदेश में निवेश करने के लिए आकर्षित होंगे, तो इससे आगामी दिनों में रोजगार के नए-नए अवसर सृजित होंगे। बीते दिनों महाराष्ट्र में यूरोप के स्विस इंडिया चैंबर ऑफ कॉमर्स के साथ बैठक की गई थी। इस दौरान बिहार में निवेश को लेकर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई थी। अब फरवरी में बैठक निर्धारित है, जिसमें आगे क्या कदम उठाना है, इस बारे में चर्चा करेंगे।
वहीं, मंत्री दिलीप जायसवाल ने आरोप लगाया कि बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के साथ हो रहे अत्याचार के पीछे पाकिस्तान का हाथ है। उन्होंने आशंका जताई कि पाकिस्तान आगामी दिनों में बांग्लादेश और नेपाल को अशांत करके भारत की शांति में खलल पैदा करना चाहता है, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता।
उन्होंने हुमायूं कबीर के संदर्भ में कहा कि उन्हें अपनी गलती का एहसास हो रहा है। उन्हें इस बात का पता लग रहा है कि उन्होंने जो भी किया, बिल्कुल गलत किया। उन्हें यह बात समझनी होगी कि हिंदुस्तान गंगा-जमुनी तहजीब के हिसाब से चलने वाला है। यहां पर आप हिंदू-मुस्लिम के नाम पर नफरत पैदा करके कुछ भी हासिल नहीं कर सकते।
उन्होंने दावा किया कि पश्चिम बंगाल के आगामी चुनाव में टीएमसी की नाव डूबने जा रही है, क्योंकि इस पार्टी की विश्वसनीयता पूरी तरह से अब समाप्त हो चुकी है। टीएमसी को कोई भी स्वीकार करने वाला नहीं है, इसलिए आज टीएमसी में सभी मौकापरस्त लोग एकजुट होकर राजनीतिक लाभ अर्जित करने की कोशिश कर रहे हैं, जिसे पश्चिम बंगाल के लोग किसी भी कीमत पर स्वीकार करने वाले नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भारत के विचारों को मजबूत करने की दिशा में पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। अगर भारतीय जनता पार्टी की बात करें, तो यह एक राजनीतिक दल है जो कि शासन व्यवस्था का हिस्सा बनकर काम करती है, लेकिन इस बात को खारिज नहीं किया जा सकता कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में संघ की भूमिका अहम हो जाती है।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की जनता को यह समझना होगा कि देश को बचाना है और किसी भी कीमत पर टीएमसी का साथ नहीं देना है। टीएमसी मौजूदा समय में घुसपैठियों का समर्थन कर रही है। तृणमूल कांग्रेस राजनीतिक लाभ अर्जित करने के मकसद से घुसपैठियों का इस्तेमाल कर रही है, जिसे मौजूदा समय में किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता।

