पटना, जनवरी । अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर राजनीति बयानबाजी इन दिनों तेज है। इस बीच, बिहार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने धर्म को लेकर कहा कि धर्म अपनाने की चीज है।
मंत्री चौधरी ने जमुई में पत्रकारों से चर्चा करते हुए एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि राजनीति और धर्म अलग-अलग चीजें हैं। धर्म अपनाना व्यक्तिगत निर्णय है। आज मैं हिंदू हूं, कल मैं लछुआर जाऊं और मुझे जैन धर्म अपनाने की प्रेरणा मिल सकती है और मैं जैन बन सकता हूं। कल अजमेर शरीफ जाकर ऐसा दिव्य ज्ञान मिल जाए कि हम मुस्लिम हो जाएं, नमाजी हो जाएं। इसमें किसी को परहेज नहीं होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि धर्म और राजनीति के अपने-अपने क्षेत्र हैं। अंग्रेजों ने हिंदुस्तान को लूटा और हमें कमजोर बना दिया। जब हिंदुस्तान मुगलों के शासन में था तो यह कमजोर नहीं था क्योंकि मुगल यहां के ही थे। हमें देश में राजनीति करते समय गरीबों और वंचितों को सशक्त बनाने पर ध्यान देना चाहिए, धर्म को राजनीति से अलग रखना चाहिए। मंदिरों का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। उन्होंने जदयू को पूरी तरह एकजुट और मजबूत बताया।