नई दिल्ली, 9 फरवरी । बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भरोसेमंद सहयोगी संजय झा को राज्यसभा के लिए जद-यू द्वारा अपना उम्मीदवार नामित किया जाना तय है।
झा एक एमएलसी हैं और नीतीश सरकार में जल संसाधन विभाग के कैबिनेट मंत्री थे। जेडी-यू द्वारा राजद के साथ संबंध तोड़ने और नई सरकार बनाने के लिए भाजपा के साथ गठबंधन करने के बाद वो कैबिनेट से बाहर हो गए थे।
झा नीतीश की मुख्य रणनीति टीम का हिस्सा हैं। वो इंडिया ब्लॉक की सभी बैठकों या दूसरी अहम राजनीतिक बैठकों में उनके साथ रहते थे जो पटना या बाहर आयोजित की जाती थी।
यह कदम विशेष महत्व रखता है, यह नीतीश के भाजपा के साथ फिर से गठबंधन के तुरंत बाद आया है। वाजपेयी-आडवाणी युग के बाद से जब अरुण जेटली बिहार मामलों के प्रभारी थे, झा एक ऐसे व्यक्ति के रूप में प्रमुखता से उभरे जो नीतीश और वरिष्ठ भाजपा नेताओं के साथ समान सहजता और विश्वास के साथ जुड़े थे।
राज्यसभा में झा के जाने का मतलब है कि वह राष्ट्रीय राजधानी में नीतीश के दूत के रूप में काम करेंगे, जब अगले कुछ महीनों में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ बातचीत करनी होगी और गठबंधन को मजबूत बनाना होगा।
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