पंचकूला, 15 फरवरी
पंचकुला के निवासियों के लिए एक बड़ी राहत के रूप में, हरियाणा सरकार ने शहर में स्टिल्ट प्लस चार मंजिला इमारतों के निर्माण के लिए सभी लंबित आवेदनों को रद्द कर दिया है।
इस आशय का निर्णय कल देर शाम हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया। साथ ही भविष्य में ऐसे निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी है। विधानसभा अध्यक्ष एवं स्थानीय विधायक ज्ञानचंद गुप्ता ने निर्णय के लिए राज्य सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जनहित में लिया गया निर्णय शहरवासियों की एक बड़ी चिंता को दूर करने में मदद करेगा
गुप्ता ने पिछले सोमवार को इस मुद्दे पर सीएम मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की थी, जिसमें खट्टर ने निवासियों की मांगों के अनुसार जल्द से जल्द समाधान का वादा किया था।
इसके साथ ही हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) अब तीसरी मंजिल से आगे भवनों के निर्माण की अनुमति नहीं दे पाएगा। पिछले साल, एचएसवीपी ने पंचकुला शहर में फर्श क्षेत्र अनुपात (एफएआर) को बदलकर आवासीय भूखंडों पर तीन मंजिलों के ऊपर निर्माण की अनुमति दी थी। जहां कई लोगों ने चार मंजिल तक के मकान बना लिए, वहीं कुछ इमारतों में दरारें आने के साथ-साथ ढांचों के झुकने की खबरें आने लगीं। कई संगठन जैसे कि निवासियों के कल्याण संघ औरविधानसभा अध्यक्ष की समस्या को लेकर स्थानीय नागरिकों में हंगामा मच गया है। पिछले साल 12 सितंबर को विधानसभा अध्यक्ष को नौकरी में पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीपी मलिक (रिटायर्ड) ने आरडब्ल्यूए और स्थानीय निवासियों के विरोध के कारण कहा था कि भूतल पर पार्किंग की जगह के साथ चार मंजिला निर्माण कुछ समय के लिए रुका था । लेकिन इस तरह का निर्माण हाल ही में शुरू हो गए थे।
पुराने सेक्टरों में संकरी ‘बी’ और ‘सी’ सड़कों पर ये निर्माण कार्य पर्यावरण के लिए खतरनाक थे, जो लोग और शहर के स्वास्थ्य पर रोक लगा रहे थे। यह भी कहा गया कि निवासियों की गोपनीयता और सुरक्षा का उल्लंघन किया गया था।
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