पटना, 13 फरवरी । बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने आंदोलनरत नियोजित शिक्षकों को लेकर मंगलवार को कहा कि सक्षमता परीक्षा में फेल होने पर नियोजित शिक्षकों की नौकरी जाने का फैसला सरकार के स्तर पर नहीं हुआ है।
पटना में बड़ी संख्या में नियोजित शिक्षक सड़क पर उतरे हैं। इनकी योजना विधानसभा मार्च की है।
इसी बीच शिक्षा मंत्री चौधरी ने कहा है कि सक्षमता परीक्षा में फेल होने पर भी नियोजित शिक्षकों को सेवा से मुक्त करने पर सरकार का अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ है। शिक्षा विभाग की एक कमेटी ने अपनी अनुशंसा इस विषय पर की है, जिस पर अभी तक सरकार ने फैसला नहीं लिया है।
शिक्षा मंत्री ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि शिक्षकों को हड़बड़ाने की जरूरत नहीं है। सरकार ने यह कभी नहीं कहा कि बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाएगा। उन्होंने शिक्षकों से जल्दबाजी नहीं करने की भी बात कही है।
उल्लेखनीय है कि शिक्षा विभाग ने सक्षमता परीक्षा पास करने वाले को राज्यकर्मी का दर्जा देने का आदेश निकाला था। कहा गया था कि इसके लिए उन्हें तीन मौके मिलेंगे। अगर तीनों बार फेल हुए तो, शिक्षक सेवा से हटा दिया जाएगा। इस निर्णय का बहिष्कार करते हुए शिक्षक संघ ने आंदोलन शुरू कर दिया।