March 20, 2025
Punjab

पंजाब में नशा तस्करों के लिए कोई जगह नहीं- मंत्री तरुणप्रीत सोंड

पंजाब सरकार के “युद्ध नशियां विरुद्ध” अभियान के अंतर्गत ग्रामीण विकास एवं पंचायत, उद्योग एवं वाणिज्य, निवेश प्रोत्साहन, श्रम, पर्यटन एवं सांस्कृतिक मामलों के कैबिनेट मंत्री तरुणप्रीत सिंह सोंद ने मोगा जिले के सिविल एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ विशेष बैठक की। बैठक के दौरान उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पंजाब में नशा तस्करों के लिए कोई जगह नहीं है, जो राज्य के युवाओं को बर्बाद कर रहे हैं।

सरकार के सख्त रुख की घोषणा करते हुए मंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार तब तक चैन से नहीं बैठेगी जब तक राज्य पूरी तरह से नशे से मुक्त नहीं हो जाता और नशा तस्करों का सफाया नहीं हो जाता। 

उन्होंने प्रशासन को मोगा में नशीले पदार्थों के उन्मूलन के लिए एक मास्टर प्लान तैयार करने तथा युवाओं को नशीले पदार्थों के दुरूपयोग के हानिकारक प्रभावों के बारे में शिक्षित करने के लिए स्कूलों और कॉलेजों में व्यापक जागरूकता अभियान शुरू करने का निर्देश दिया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भावी पीढ़ियां इस जाल में न फंसें।

 सोंड ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में नशा विरोधी मुहिम को सफल बनाने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने ग्राम पंचायतों से अपील की कि वे नशे की बुराई को जड़ से खत्म करने के लिए जमीनी स्तर पर जागरूकता गतिविधियां चलाएं। 

उन्होंने लोगों को नशीली दवाओं के दुरुपयोग के बारे में शिक्षित करने के लिए कस्बों और गांवों में नुक्कड़ नाटकों के महत्व पर भी बल दिया और नागरिक और पुलिस प्रशासन को अपने प्रयासों को प्रभावी ढंग से समन्वित करने का निर्देश दिया।

स्थिति की गंभीरता पर प्रकाश डालते हुए सोंड ने जिला अधिकारियों से आह्वान किया कि वे नशा उन्मूलन को अपना सामाजिक दायित्व समझें तथा पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य करें। 

उन्होंने निर्देश दिए कि पंचायतें इस मिशन में सक्रिय रूप से भाग लें तथा लोगों को बिना किसी डर के नशा तस्करों की सूचना देने के लिए प्रोत्साहित करें तथा यह आश्वासन भी दिया कि उनकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी।

मंत्री ने परिवारों से अपील की कि वे अपने नशे की लत के शिकार सदस्यों को सरकारी नशा मुक्ति केंद्रों में ले जाएं तथा आश्वासन दिया कि सरकार उनके पुनर्वास के लिए प्रतिबद्ध है तथा उन्हें स्वस्थ जीवन जीने का अवसर प्रदान करेगी।

नशीली दवाओं के तस्करों को कड़ी चेतावनी देते हुए सोंड ने कहा, “या तो वे नशीली दवाओं का व्यापार छोड़ दें या पंजाब छोड़ दें।” 

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपने युवाओं को बचाने के लिए प्रतिबद्ध है और उन्हें गुमराह करने वालों को नहीं बख्शेगी। उन्होंने यह भी बताया कि नशीली दवाओं के तस्करों की अवैध रूप से अर्जित संपत्तियों को जब्त किया जा रहा है और उन्हें ध्वस्त किया जा रहा है ताकि अन्य लोग ऐसी गतिविधियों में शामिल होने से बचें।

मोगा के डिप्टी कमिश्नर सागर सेतिया ने मंत्री को बताया कि नशा मुक्ति प्रयासों के अलावा बड़े पैमाने पर निवारक कार्रवाई पहले से ही चल रही है। उन्होंने बताया कि नशा पीड़ितों के लिए उचित उपचार और परामर्श सुनिश्चित करने के लिए पुनर्वास केंद्रों को मजबूत किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, पुनर्वासित व्यक्तियों को समाज में फिर से शामिल करने में मदद करने के लिए कौशल विकास कार्यक्रम और रोजगार के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं।

उपायुक्त ने राज्य सरकार के हेल्पलाइन नंबर 9779100200 पर भी प्रकाश डाला तथा लोगों से नशीली दवाओं से संबंधित कोई भी जानकारी साझा करने का आग्रह किया तथा आश्वासन दिया कि उनकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी।

एसएसपी मोगा, श्री अजय गांधी ने मंत्री को प्रमुख नशा तस्करों पर चल रही कार्रवाई के बारे में जानकारी दी और आश्वासन दिया कि उनके पूरे नेटवर्क को जल्द ही ध्वस्त कर दिया जाएगा। उन्होंने फिर से पुष्टि की कि पुलिस, जनता के सहयोग से, इस अभियान को सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।

बैठक से पहले तरुणप्रीत सिंह सोंड ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि पंजाब से नशा खत्म करना मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का सत्ता में आने से पहले किया गया एक अहम वादा था। उन्होंने कहा कि सरकार पहले दिन से ही पंजाब को नशा मुक्त बनाने और इसके गौरव को बहाल करने के लिए अथक प्रयास कर रही है।

उन्होंने 1 मार्च 2025 को शुरू हुए “युद्ध नाशियां विरुद्ध” अभियान के तहत हाल की उपलब्धियों को साझा किया। 1 मार्च से 16 मार्च 2025 के बीच निम्नलिखित जब्तियां और गिरफ्तारियां की गईं:

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