जिला निर्वाचन कार्यालय को मतदान के दिन मतदाताओं व अन्य लोगों के लिए व्हीलचेयर, पेयजल की सुविधा उपलब्ध करानी थी, लेकिन कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में ये सुविधाएं उपलब्ध नहीं थीं।
फरवरी की शुरुआत में डीसी-सह-जिला चुनाव अधिकारी के कार्यालय ने मतदान के दौरान व्हीलचेयर और अन्य सुविधाओं की उपलब्धता की निगरानी के लिए सेक्टर और नोडल अधिकारियों के साथ बैठकें की थीं। हालांकि, खतौली गांव में कतार में खड़े मतदाताओं ने शिकायत की कि मतदान केंद्र पर व्हीलचेयर नहीं थी।
गांव के एक निवासी ने दुख जताते हुए कहा, “जिन लोगों को चलने में दिक्कत होती है, उन्हें पैदल ही आना-जाना पड़ता है। हमें बताया गया कि पास के सामुदायिक केंद्र से व्हीलचेयर मुहैया कराई जा रही है, लेकिन वह कहीं नहीं दिख रही है।” इस बीच, ग्रामीणों को खुद ही ‘छबील’ काउंटर लगाते देखा जा सकता है।
संपर्क करने पर बीएलओ किरण ने बताया कि उन्होंने मतदान केंद्र पर व्हीलचेयर उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था। उन्होंने कहा, “मुझे अभी तक नहीं पता कि व्हीलचेयर उपलब्ध कराई गई है या नहीं।”
पूरे क्षेत्र में मतदाता भीषण गर्मी से परेशान थे। कुछ गांवों के निवासियों ने बताया कि मतदान केंद्रों पर पंखे की व्यवस्था नहीं थी। रायपुर रानी गांव में व्हीलचेयर की कमी की भी शिकायत दर्ज कराई गई।
शहर के कुछ मतदान केंद्रों पर व्हीलचेयर भी उपलब्ध नहीं थी। सेक्टर 17 के मतदाता मोहन लाल अग्रवाल को शहर के सेक्टर 17 स्थित विजय पब्लिक स्कूल में मतदान केंद्र तक पैदल जाना पड़ा, जबकि एक अन्य व्यक्ति ने उनकी मदद की।
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