इंदौर, 13 जनवरी। मध्य प्रदेश की व्यापारिक राजधानी इंदौर के कलेक्टर की जिम्मेदारी संभालने के बाद आशीष सिंह ने कलेक्ट्रेट कार्यालय में स्थित तहसील कार्यालयों के राजस्व न्यायालयों का निरीक्षण किया। लापरवाही सामने आने पर उन्होंने तहसीलदार व नायब तहसीलदार सहित रीडर को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर आशीष सिंह ने भिचैली हप्सी एवं मल्हारगंज तहसील कार्यालयों का निरीक्षण किया। उन्होंने कार्यालय में संधारित नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन पंजी, प्रतिलिपि शाखा सहित विभिन्न राजस्व प्रकरणों के पंजी का अवलोकन किया एवं प्रकरणों के निराकरण की जानकारी संबंधित अधिकारियों से ली।
उन्होंने राजस्व प्रकरणों के निराकरण व न्यायालयीन प्रक्रिया में तेजी लाने के संबंध में तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार को निर्धारित समय-सीमा में कार्रवाई के निर्देश दिए। आशीष सिंह ने निरीक्षण के दौरान पाया कि कुछ प्रकरण काफी समय से लंबित हैं, उन पर पेशी नहीं कराई गई है।
दायित्वों के निर्वहन में इस तरह की लापरवाही बरतने पर उन्होंने मल्हारगंज तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार तथा भिचौली हप्सी न्यायालय के रीडर, मलारगंज तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार न्यायालय के रीडर को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि मल्हारगंज तहसील के पूर्व नायब तहसीलदार धर्मेंद्र सिंह चौहान द्वारा एक आवेदक का प्रकरण छह महीने से अधिक अवधि से लंबित रखा गया था। प्रकरण पर कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। कलेक्टर सिंह ने पूर्व नायब तहसीलदार की विभागीय जांच शुरू करने के निर्देश दिए।