उपायुक्त अनुपम कश्यप ने नंबरदारों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने क्षेत्र में नशे से जुड़ी गतिविधियों की सूचना हर 15 दिन में पुलिस को दें। उन्होंने जोर देकर कहा कि नशे की समस्या पर अंकुश लगाने की जिला की पहल के तहत उनकी रिपोर्ट पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
बैठक के दौरान डीसी कश्यप ने शिमला को नशा मुक्त बनाने और राजस्व संबंधी मामलों का समय पर समाधान सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने निर्देश दिए कि बचाव कार्यों में समन्वय बढ़ाने के लिए आपदा संबंधी घटनाओं की सूचना वरिष्ठ राजस्व अधिकारियों को तुरंत दी जाए।
भूमि स्वामित्व और राजस्व मामलों में नंबरदारों की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि लंबित मामलों के शीघ्र निपटारे में उनकी भागीदारी महत्वपूर्ण है। राज्य सरकार राजस्व विवादों को कुशलतापूर्वक हल करने को प्राथमिकता देती है, जिसमें नंबरदार सीमा निरीक्षण, सर्वेक्षण और रिकॉर्ड रखने में सहायता करते हैं। वर्तमान में, जिले में 405 नंबरदार सक्रिय रूप से सेवा कर रहे हैं, और अभिनव तरीकों का उपयोग करके उनकी भूमिका को मजबूत करने का प्रयास किया जा रहा है। उनसे नियमित बैठकों में भाग लेने, सार्वजनिक कर्तव्यों में सरकारी अधिकारियों की सहायता करने और स्थानीय जानकारी प्रदान करने की अपेक्षा की जाती है। इसके अतिरिक्त, उन्हें पटवारी को पशु रोग प्रकोप की सूचना देनी होगी और संपत्ति अधिकार धारकों की मृत्यु के बारे में अधिकारियों को सूचित करना होगा।