नर्सिंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट्स एसोसिएशन (एनटीआईए) ने इच्छुक छात्रों द्वारा सामना की जा रही कठिनाइयों का हवाला देते हुए पंजाब में नर्सिंग प्रवेश की तिथियों को 31 दिसंबर तक बढ़ाने की मांग करते हुए सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर की है।
एनटीआईए के अध्यक्ष गुरदयाल सिंह बुट्टर ने कहा कि हाल ही में आई बाढ़ के कारण कई पात्र छात्र प्रवेश पाने में असमर्थ रहे, जिससे व्यापक क्षति हुई और कई परिवारों को आर्थिक नुकसान पहुंचा। उन्होंने कहा कि इस अप्रत्याशित स्थिति ने छात्रों की प्रवेश प्रक्रिया पूरी करने की क्षमता को सीधे तौर पर प्रभावित किया है।
पंजाब गैर-सरकारी कॉलेज एसोसिएशन (पीयूसीए) के अध्यक्ष डॉ. अंशु कटारिया ने बताया कि राज्य भर में नर्सिंग पाठ्यक्रमों में लगभग 2,950 सीटें खाली हैं। इनमें सहायक नर्स मिडवाइफ (एएनएम) पाठ्यक्रम में 466 सीटें, जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी (जीएनएम) में 1,072 सीटें, बीएससी (नर्सिंग) में 280 सीटें, पोस्ट बेसिक बीएससी (नर्सिंग) में 956 सीटें और एमएससी (नर्सिंग) में 176 सीटें शामिल हैं। उन्होंने कहा कि खाली सीटों की यह संख्या छात्रों के हितों की रक्षा के लिए तत्काल हस्तक्षेप की आवश्यकता को उजागर करती है।
डॉ. कटारिया ने कहा कि पीयूसीए पिछले पांच वर्षों से प्रवेश की समय सीमा को लेकर राहत पाने के लिए बार-बार अदालतों का रुख कर रहा है और कई मौकों पर उसे समय सीमा में विस्तार भी मिला है।

