‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ शो में अभद्र भाषा के इस्तेमाल को लेकर समय रैना की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। रैना ने महाराष्ट्र साइबर से गुजारिश की कि उनका बयान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लिया जाए। हालांकि, साइबर सेल ने इसे अस्वीकर कर दिया है।
‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ मामले को लेकर समय रैना ने महाराष्ट्र साइबर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बयान दर्ज कराने की बात कही। बताया कि वह इस वक्त देश से बाहर हैं। हालांकि, महाराष्ट्र साइबर ने समय रैना को कोई भी रियायत देने से मना कर दिया।
साइबर सेल ने समय रैना को कहा कि उन्हें खुद आकर अपना बयान दर्ज कराना पड़ेगा। सेल ने 18 फरवरी को समय रैना को महाराष्ट्र साइबर सेल में आकर अपना बयान दर्ज कराने के लिए कहा है।
महाराष्ट्र साइबर सेल समय रैना को दो बार समन भेज चुकी है। साइबर सेल ने समय रैना को 17 फरवरी को जांच अधिकारी के सामने पेश होने का निर्देश दिया था।
समय रैना के वकील ने साइबर सेल को बताया कि समय रैना अमेरिका में हैं और वह 17 मार्च को देश लौटेंगे। वहीं, साइबर सेल ने समन भेजकर रैना को 17 फरवरी को पेश होने का निर्देश दिया था, जिसे बढ़ाकर सेल ने 18 फरवरी कर दिया है।
इससे पहले साइबर पुलिस ने शो में शामिल 40 लोगों की पहचान करने का दावा किया था।
महाराष्ट्र साइबर पुलिस ने सिद्धार्थ तेवतिया (बप्पा) को भी तलब किया और अपना बयान दर्ज कराने को कहा है। तेवतिया शो में बतौर जज शामिल थे।
शो में शामिल होकर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने और अश्लीलता के लिए साइबर पुलिस पहचाने गए अन्य लोगों को भी समन भेजने की तैयारी में है। इस लिस्ट में राखी सावंत, महीप सिंह, दीपक कलाल समेत अन्य मेहमानों के नाम भी शामिल हैं। वहीं, रणवीर इलाहाबादिया को साइबर सेल पहले ही समन भेज चुकी है।
पुलिस शो में शामिल सभी मेहमानों के एपिसोड वीडियो की जांच कर रही है, जिन मेहमानों ने अश्लीलता और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया है, उन पर कार्रवाई की जाएगी। मामले में महाराष्ट्र साइबर पुलिस शो के प्रायोजकों से भी पूछताछ करने की तैयारी में है। मामले में प्रतिभागियों को आरोपी बनाया जा सकता है। वहीं, दर्शकों को गवाह के तौर पर शामिल किया जाएगा।
महाराष्ट्र साइबर पुलिस ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ के निर्माताओं से शो की आगे की शूटिंग रोकने को कह सकती है।
जानकारी के अनुसार, उन ज्यूरी को भी तलब किया गया है, जो इस शो में कभी न कभी आए हैं।
वहीं, ‘अश्लील जोक्स’ पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने आरोपियों को समन भेजा है। एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष विजया किशोर रहाटकर ने मामले को लेकर कहा कि यह सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल है। आयोग इसकी कड़ी निंदा करता है।
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