September 1, 2025
National

ओडिशा की कैनोइंग खिलाड़ी रश्मिता साहू का ‘मन की बात’ में जिक्र, कहा- पदक जीतने के लिए दृढ़

Odisha’s canoe player Rashmita Sahu mentioned in ‘Mann Ki Baat’, said- determined to win a medal

ओडिशा की कैनोइंग खिलाड़ी रश्मिता साहू का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में विशेष उल्लेख किया गया, जिसके बाद उन्होंने अपनी खुशी व्यक्त की और कहा कि वह आगामी एशियाई खेलों में भारत के लिए पदक जीतने के लिए दृढ़ हैं।

वर्तमान में रश्मिता ओडिशा पुलिस में कांस्टेबल हैं और ओडिशा स्थित राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र के जगतपुर संस्थान में प्रशिक्षण ले रही हैं। उन्होंने हाल ही में खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल में पदक जीता और अब प्रधानमंत्री द्वारा अपने संबोधन में उन्हें सम्मानित किए जाने के बाद पूरे देश में उनकी चर्चा हो रही है।

जम्मू-कश्मीर में आयोजित खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल के बारे में बात करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने रश्मिता की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला और बताया कि उन्होंने इस आयोजन में दो स्वर्ण पदक जीते हैं।

प्रधानमंत्री ने उन्हें बधाई देते हुए उनसे अपने खेल के सफर को साझा करने को कहा। रश्मिता ने बताया कि उन्होंने 2017 में कैनोइंग में करियर शुरू किया और तब से कई राष्ट्रीय स्तर की चैंपियनशिप में भाग लिया है, जिसमें 13 स्वर्ण, 14 रजत और 14 कांस्य सहित 41 पदकों का प्रभावशाली संग्रह हासिल किया है। कटक के चौद्वार के एक छोटे से गांव से कैनोइंग में एक प्रसिद्ध नाम बनने तक, रश्मिता का सफर दृढ़ संकल्प और चुनौतियों से भरा रहा है।

आईएएनएस से बात करते हुए, उन्होंने कहा, “मन की बात में मेरा जिक्र पाकर मुझे बहुत अच्छा लगा। यह मेरे लिए, मेरे खेल केंद्र और ओडिशा के लिए गर्व का क्षण है। प्रधानमंत्री मोदी से बात करना मेरे लिए बहुत बड़ी बात थी, और मुझे विश्वास ही नहीं हो रहा था कि यह हो गया। मैं उस बातचीत को कभी नहीं भूल सकती, क्योंकि यह बहुत प्रेरणादायक थी और मुझे प्रेरित करती रहेगी।”

उन्होंने आगे कहा कि यहां मौजूद सभी लोग, मेरा परिवार और केंद्र के मेरे साथी एथलीट, आज बहुत खुश और गौरवान्वित हैं। एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाली रश्मिता ने कहा कि उनके परिवार के पारंपरिक व्यवसाय नौकायन ने उन्हें कैनोइंग अपनाने के लिए प्रेरित किया।

उन्‍होंने कहा कि मेरी मां का निधन जल्दी हो गया। आर्थिक तंगी थी, लेकिन मेरे चाचा और मेरे कोच ने मुझे इससे निपटने में मदद की। मैं एक मध्यमवर्गीय परिवार से हूं और इस खेल ने मुझे एक पहचान दी है। उन्होंने युवाओं से उन खेलों को अपनाने का आग्रह किया, जिनके प्रति वे जुनूनी हैं।

उनके कोच एल. जॉनसन सिंह ने भी आईएएनएस से बात करते हुए गर्व व्यक्त किया। उन्‍होंने कहा कि मुझे आज बहुत खुशी और गर्व है कि प्रधानमंत्री ने मन की बात के दौरान रश्मिता की कहानी साझा की। मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि प्रधानमंत्री हमारी रश्मिता साहू से बात करेंगे। हम बहुत खुश हुए और सभी ने उन्हें बधाई दी।

उन्‍होंने आगे कहा कि एक कोच के रूप में मैं उनसे ज्‍यादा खुश हूं। वह बहुत प्रतिभाशाली हैं और महान ऊंचाइयों तक पहुंचने की हकदार हैं। हम इस अवसर और समर्थन के लिए ओडिशा सरकार सहित सभी का धन्यवाद करते हैं। हमें विश्वास है कि वह हमें गौरवान्वित करती रहेंगी।

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