March 20, 2025
Entertainment

दिल्ली में आप की हार पर विवेक रंजन बोले, ‘ईश्वर के घर देर है, अंधेर नहीं’ (आईएएनएस साक्षात्कार)

On AAP’s defeat in Delhi, Vivek Ranjan said, ‘In God’s house there is delay, but no injustice’ (IANS Interview)

फिल्म निर्माता-निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री देश में चल रहे मुद्दों को लेकर मुखर रहे हैं और अक्सर अपनी बातें खुलकर रखते आए हैं। अग्निहोत्री ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से दिल्ली की राजनीति पर भी बात की। उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव का परिणाम दिखाता है कि ईश्वर के घर देर है, अंधेर नहीं।

विवेक रंजन अग्निहोत्री राजनीति हो या हिंसा, बात भाषा से संबंधित हो या नेपोटिज्म से, इन मुद्दों पर व‍िचार प्रकट करने से कतराते नहीं हैं। गंभीर विषयों पर फिल्म बनाने की छवि रखने वाले निर्देशक ने विधानसभा चुनाव के परिणाम को लेकर उस वाक्या का जिक्र किया, जब आम आदमी पार्टी के व‍िधायकाें ने विधानसभा में खड़े होकर कश्मीर में हिंदुओं पर हुए अत्याचार को मजाक के तौर पर लिया था।

उन्होंने कहा, “ दिल्ली में भाजपा आई, ये अच्छी बात है, क्योंकि नई पार्टी आनी चाहिए और सरकार बदलनी भी चाहिए, मगर मुझे इस बात की ज्यादा खुशी है कि जिन लोगों ने कश्मीर में हिंदुओं पर हुए अत्याचार का विधानसभा में मजाक उड़ाया, उन्हें इस बात की सजा भी मिली। बात चुभने वाली इसलिए है क्योंकि ये मजाक कहीं और नहीं विधानसभा में खड़े होकर उड़ाया गया, इन लोगों ने हिंदुओं का मजाक बनाया, इस तरह से हंसे जैसे कोई कॉमेडी फिल्म चल रही हो, तो अपमान करने की सजा मां शारदा और भोलेनाथ ने उन्‍हें दी है। मैं शिवभक्त हूं और मेरा मानना है कि ईश्वर के घर देर है, अंधेर नहीं।”

बता दें, दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को मिली हार को लेकर विवेक रंजन अग्निहोत्री ने सोशल मीडिया पर व्यंग्य भरा पोस्ट शेयर किया था, जिसमें उन्होंने “हर हिसाब यहीं पर” होने की बात कही थी। विवेक रंजन ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट में लिखा था, “हर सवाल का जवाब यहीं होगा। हर हिसाब-किताब यहीं होगा।” रंजन ने दिल्ली विधानसभा की एक पुरानी तस्वीर भी शेयर की, जिसमें अरविंद केजरीवाल खड़े दिखाई दिए थे।

बता दें, बात साल 2022 की है, जब दिल्ली में ‘द कश्मीर फाइल्स’ को टैक्स फ्री की मांग पर तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में फिल्म का न केवल मजाक उड़ाया था, बल्कि इसे “झूठी फिल्म” भी बताया था। वह कहते नजर आए थे, “ जब लोगों को फिल्म दिखानी है तो फ्री करने की क्या जरूरत है, उसे यूट्यूब पर अपलोड कर दो, सभी देख लेंगे।” केजरीवाल की इस बात पर विधानसभा में जमकर ठहाके लगे थे।

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