शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने सोमवार को महाराष्ट्र में औरंगजेब की क्रब हटाने को लेकर चल रहे विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए देवेंद्र फडणवीस सरकार पर निशाना साधा है।
संजय राउत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि आक्रमक महाराष्ट्र, छत्रपति शिवाजी महाराज और मराठा के ऊपर विजय प्राप्त नहीं कर पाए। उनकी कब्र महाराष्ट्र में बनानी पड़ी। यह इतिहास है और इतिहास वैसा ही रहना चाहिए। लेकिन कुछ लोग अब नए-नए हिंदुत्ववादी पैदा हुए हैं। नये लोगों को इतिहास का क्या पता? उन्होंने कहा कि उन्हें महंगाई पर, किसानों की आत्महत्या पर बोलना चाहिए। इन मुद्दों को लेकर आंदोलन करना चाहिए।
संजय राउत ने आगे कहा कि देश में नरेंद्र मोदी, आरएसएस की सरकार है तो आंदोलन करने की क्या जरूरत है? एक फरमान निकालो और औरंगजेब की कब्र को हटाओ, पीएम मोदी और फडणवीस को किसने रोका है। आंदोलन का नाटक बंद करो। इससे बाहर लोगों को बहुत तकलीफ हो रही है।
एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि औरंगजेब की कब्र को लेकर जो लोगों की भूमिका है, वही हमारी है। इस सवाल का जवाब देते हुए संजय राउत ने कहा कि लोगों की कोई भूमिका नहीं है। एकनाथ शिंदे की भी कोई भूमिका नहीं है। यह अमित शाह की भूमिका है और एकनाथ शिंदे बोल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि शौर्य का प्रतीक कभी टूटना नहीं चाहिए, यह हमारी भूमिका है। छत्रपति शिवाजी महाराज ने औरंगजेब से इतना बड़ा युद्ध किया है। छत्रपति शिवाजी महाराज की मृत्यु के बाद भी 25 साल औरंगजेब महाराष्ट्र में लड़ता रहा, लेकिन विजय प्राप्त नहीं कर सका। महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र है और यह आने वाली पीढ़ियों को इतिहास दिखना चाहिए। चाहें अफजल खान की कब्र हो या औरंगजेब की कब्र हो। अगर इतिहास को कोई समझने को तैयार नहीं, तो वो इतिहास के दुश्मन हैं।
नितिन गडकरी के बयान ‘जो जाति की बात करेगा, उसे जोर से लात मारूंगा’ पर संजय राउत ने कहा कि मैं उनके इस बयान का स्वागत करता हूं। उन्होंने देश हित की बात की। देश में भाजपा के पूरे कुनबे और सरकार में एक ही नेता ऐसा है, जो इस प्रकार की बात करने की हिम्मत दिखाता है। गडकरी ने जो बयान दिया है, उससे देश आगे बढ़ेगा।