प्रवर्तन निदेशालय ने दिलबाग और उनसे जुड़े लोगों की 33 प्राॅपर्टी का ब्योरा तलब किया है। पटवारी और कानूनगो के माध्यम से रिपोर्ट तैयार कर प्रेषित की गई है। पहले रेड की गई थी। पूर्व इनेलो विधायक दिलबाग सिंह और उनसे जुड़े खनन कारोबारियों और रिश्तेदारों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने फिर से शिकंजा कसने की तैयारी की है। इसके तहत ईडी ने जिले की तहसीलों में पत्र भेज कर उनकी व उनसे जुड़े लोगों की 33 प्राॅपर्टी की जानकारी मांगी है। इसके बाद स्थानीय तहसीलों ने भी पटवारी व कानूनगो के माध्यम से रिकॉर्ड खंगाला है।
सूत्रों के अनुसार, इस संबंध में जगाधरी नायब तहसीलदार द्वारा दिलबाग, सतपाल, इंद्रपाल, कुलविंद्र सिंह, रणदीप, भूपेंद्र, राजेंद्र की जानकारी जुटाई गई है। वहीं रादौर तहसीलदार द्वारा गुमथला में दिलबाग का काम देखने वाले वीरभान की प्रॉपर्टी तथा सरस्वतीनगर की उप तहसील के नायब तहसीलदार से जमीनों के अलग-अलग नंबर तथा छह फर्दों की जानकारी मांगी गई थी, जो ईडी को भेज दी गई है।
बताया जा रहा है ईडी द्वारा इस संबंध में और भी महत्वपूर्ण जानकारियां मांगी जा सकती हैं, इसलिए तहसीलों को दोबारा तैयार रहने के लिए भी कहा गया है। ईडी की सक्रियता से दिलबाग के रिश्तेदार व जानकारों की बेचैनी बढ़ गई है। सूत्रों के अनुसार ईडी के कुछ कर्मचारी अभी जिले में डेरा डाले हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि पूर्व में विधायक दिलबाग सिंह सहित उनके करीबियों के घर, कार्यालय व फार्म हाउस पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कई टीमों ने रेड की थी। जिले में तब लगभग आठ से नौ जगहों पर छापेमारी की गई थी। तब ईडी की यह रेड अवैध खनन और मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों से संबंधित बताई जा रही थी।
ईडी की ओर से इन बिंदुओं पर मांगी गई जानकारीस्थानीय तहसीलों के अनुसार, ईडी की ओर से दिलबाग सिंह और उनके जानकारों तथा रिश्तेदारों की पुरानी जमीनों की मलकीयत, मुस्तरका खाता, फर्दें किसके नाम तथा वर्तमान में कौन प्रॉपर्टी का मालिक है के बारे में अलग-अलग जानकारी मांगी गई है। इसके अलावा ईडी ने यह भी पूछा है पुरानी मलकीत किसके नाम थी और उसकी वैल्यू तब कितनी थी और वर्तमान में किसे और क्यों बेची गई। जगाधरी तहसील के अनुसार चांदपुर, मिश्रा कॉलोनी, लाजपत नगर, बलाचौर, दादूपुर, फ्रेंड्स कॉलोनी, संतपुरा गुरुद्वारा के पास, करेहड़ा खुर्द आदि के बारे में डिटेल भेजी गई। यह दिलबाग और उसके रिश्तेदारों की बताई जा रही है।
सूत्रों के अनुसार यह भी बताया जा रहा है ईडी ने प्रतापनगर के स्थानीय प्रशासन से भी इसी मामले से संबंधित जानकारियां मांगी हैं। उस क्षेत्र में बने फार्म हाउस तथा अन्य जमीनें किसके नाम है के बारे में भी डिटेल मांगी गई है। बताया यह भी जा रहा है जिन-जिन लोगों की डिटेल मांगी जा रही है, उनपर नजर भी रखी जा रही है।