नई दिल्ली, 30 जुलाई । बीजेपी के वरिष्ठ नेता जेपी नड्डा ने सदन में केरल के वायनाड में लैंडस्लाइड को लेकर विपक्ष के सवाल का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार वहां स्थिति को सामान्य करने में जुटी है। हमने इस संबंध में राज्य सरकार से भी बात की है, लेकिन विपक्ष का इस मुद्दे पर उद्वेलित होना ठीक नहीं है।
जेपी नड्डा ने कहा, “यह महज केरल की त्रासदी नहीं, बल्कि मैं समझता हूं कि पूरा सदन इससे दुखी है। हर पार्टी के नेता इस घटना से दुखी हैं। यह एक प्राकृतिक आपदा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार वहां स्थिति को सामान्य करने में जुटी है। राहत एवं बचाव कार्य जारी है। हमने केरल सरकार को हर संभव मदद का ऐलान किया है। मैं सरकार की ओर से आपको आश्वस्त करता हूं कि केरल की हर जरूरतों की पूर्ति की जाएगी। हमारा उद्वेलित होना सामान्य है, लेकिन मुझे लगता है कि इस तरह की घटना को सदन में उठाने का अपना एक उचित मानक है, जिसका पालन सभी दलों के नेता को करना चाहिए, लेकिन जिस तरह उसकी अवहेलना की जा रही है, वो उचित नहीं है।”
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस संबंध में केरल के मुख्यमंत्री से बात की। उन्हें आश्वासन दिया है कि राज्य सरकार की हर संभव मदद की जाएगी। केंद्र सरकार की ओर से अब तक जो मदद पहुंचनी चाहिए थी, वो पहुंच चुकी है। राज्य सरकार के साथ तालमेल स्थापित करते हुए हम काम कर रहे हैं। अभी हमारा प्राथमिक कार्य यह है कि शवों को निकाला जाए और जो बचने की स्थिति में हैं, उन्हें बचाया जाए। स्वास्थ्य के मोर्चे पर भी हम लगातार काम कर रहे हैं। केंद्र सरकार की ओर से केरल में स्थिति को सामान्य बनाने के लिए हर प्रकार की कोशिशें जारी हैं।”
बीजेपी नेता ने कहा, “मोदी जी के नेतृत्व में चलने वाली सरकार पूरी तरह सक्रिय है। हम हर प्रकार की आपातकालीन स्थिति का सामना करने के लिए तैयार हैं। हम विपक्ष की भावनाओं का सम्मान करते हैं, लेकिन मुझे लगता है कि विपक्ष को यह समझने की जरूरत है कि अब तक केंद्र सरकार ने केरल में स्थिति को सामान्य करने के लिए क्या कुछ कदम उठाए हैं, मगर दुर्भाग्य यह है कि विपक्ष कुछ भी समझने को तैयार नहीं है।”
उन्होंने विपक्ष को हिदायत देते हुए कहा, “किसी भी आपदा के समय सिर्फ उद्वेलित होने से काम नहीं चलता। स्थिति को सामान्य करने के मकसद से हमें कार्यों को जमीन पर उतारना होगा। हमें एक्शन मोड में आना होगा, तभी हम स्थिति को सामान्य कर सकेंगे, लेकिन जिस तरह से विपक्ष लगातार उद्वेलित हो रहा है, वो मैं समझता हूं कि किसी भी मायने में उचित नहीं है। वहीं, अगर विपक्ष के पास ऐसा कोई सुझाव है, जो कि उन्हें लगता है कि केंद्र सरकार को इसे अमल में लाना चाहिए, तो मैं कहूंगा कि आप हमें सुझाव दीजिए, हम आपके सुझावों का सम्मान करेंगे। विपक्ष को समझना होगा कि हम साथ-साथ हैं, हम अलग नहीं हैं।”
Leave feedback about this