मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों के अनुसार पंजाब को सुरक्षित राज्य बनाने के लिए चल रही मुहिम के बीच, पंजाब पुलिस ने मंगलवार को एक विशेष अभियान ‘ओपीएस सील-XXIII’ चलाया, जिसका उद्देश्य सीमावर्ती राज्य पंजाब में प्रवेश करने या बाहर जाने वाले सभी वाहनों की जांच करना था ताकि असामाजिक तत्वों, नशा तस्करों और अवैध शराब कारोबारियों पर नजर रखी जा सके।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देशों पर सभी जिलों में एक साथ चलाए गए अभियान के दौरान, सीमावर्ती जिलों के सभी एसएसपी को अपने-अपने जिलों में रणनीतिक स्थानों पर संयुक्त नाका अभियान आयोजित करने और राजपत्रित अधिकारियों/एसएचओ की देखरेख में सीलिंग बिंदुओं पर मजबूत ‘नाके’ लगाने के लिए अधिकतम संख्या में जनशक्ति जुटाने का निर्देश दिया गया।
विशेष डीजीपी कानून एवं व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि इंस्पेक्टरों/डीएसपी की निगरानी में 600 से ज़्यादा पुलिसकर्मियों की मदद से समन्वित और मज़बूत नाके लगाए गए हैं। ये नाके चार सीमावर्ती राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ से लगते 10 ज़िलों के कम से कम 65 प्रवेश/निकास बिंदुओं पर लगाए गए हैं। इन 10 अंतर-राज्यीय सीमावर्ती ज़िलों में पठानकोट, श्री मुक्तसर साहिब, फ़ाज़िल्का, रूपनगर, एसएएस नगर, पटियाला, संगरूर, मानसा, होशियारपुर और बठिंडा शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि राज्य में प्रवेश/निकास करने वाले 1182 वाहनों की जाँच की गई, जिनमें से 234 का चालान किया गया और दो को ज़ब्त किया गया। पुलिस टीमों ने इस अभियान के दौरान पाँच प्राथमिकी दर्ज कीं और तीन लोगों को गिरफ्तार किया।
इसके अलावा, पुलिस टीमों ने 283वें दिन भी नशीले पदार्थों के खिलाफ अपना घेराबंदी और तलाशी अभियान (CASO) जारी रखा और मंगलवार को 346 स्थानों पर छापेमारी की, जिसके परिणामस्वरूप राज्य भर में 68 प्राथमिकी दर्ज करके 95 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया। इसके साथ ही, 283 दिनों में गिरफ्तार किए गए कुल नशा तस्करों की संख्या 39,864 हो गई है।
विशेष डीजीपी ने बताया कि छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किए गए नशा तस्करों के कब्जे से 1.5 किलोग्राम हेरोइन, 429 ग्राम अफीम, 6 किलोग्राम गांजा, 21 किलोग्राम चूरापोस्त और 2.95 लाख रुपये की ड्रग मनी बरामद की गई है।
उन्होंने बताया कि 70 राजपत्रित अधिकारियों की देखरेख में 1000 से अधिक पुलिसकर्मियों वाली 120 से अधिक पुलिस टीमों ने राज्य भर में छापेमारी की और दिनभर चले अभियान के दौरान 340 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की।
विशेष डीजीपी ने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य से नशीले पदार्थों के उन्मूलन के लिए तीन-आयामी रणनीति – प्रवर्तन, नशामुक्ति और रोकथाम (ईडीपी) – लागू की है, पंजाब पुलिस ने ‘नशामुक्ति’ के तहत आज 40 व्यक्तियों को नशामुक्ति और पुनर्वास उपचार के लिए राजी किया है।


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