जिले के 12 से अधिक बाढ़ग्रस्त गांवों के 1,200 से अधिक परिवारों को जिला प्रशासन ने सेना और बीएसएफ की मदद से रात भर के अभियान के दौरान निकाला। बचाए गए लोग सतलज नदी में आई बाढ़ के कारण पिछले दो दिनों से अपने घरों में फंसे हुए थे।
हरिके हेडवर्क्स से 2 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के बाद फंसे लोगों को बचाने के लिए डीसी राजेश धीमान, एसएसपी भूपिंदर सिंह और राजस्व अधिकारियों सहित पूरे प्रशासन को पूरी रात प्रभावित इलाकों में डेरा डालना पड़ा।
डीसी राजेश धीमान ने द ट्रिब्यून को बताया कि हालांकि सतलज नदी के करीब होने के कारण कुछ गांवों में बारिश नहीं हुई है, लेकिन पिछले दो दिनों के दौरान अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के कारण ये गांव जलमग्न हो गए हैं।
डीसी ने कहा, ”रुकनेवाला, निहाला लावेरा, बंडाला, काले के, जले के, धीरा कारा और तल्ली ग्राम में हजारों लोग फंसे हुए थे।” उन्होंने बताया कि बचाव अभियान आज सुबह पांच बजे तक जारी रहा।
अपने समर्थकों के साथ रुकनेवाला गांव पहुंचे विधायक रणबीर सिंह भुल्लर ने कहा, “सरकार ने राहत कार्यों के लिए 1.5 करोड़ रुपये की राशि जारी की है।”
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