कटाई का काम तेज़ होने के साथ ही यमुनानगर ज़िले में धान की आवक भी ज़ोर पकड़ने लगी है। 27 सितंबर तक सभी 13 अनाज मंडियों में 21,983 मीट्रिक टन ग्रेड-ए धान की ख़रीद हो चुकी थी।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने 8,051 मीट्रिक टन, हैफेड ने 6,608 मीट्रिक टन और हरियाणा भंडारण निगम ने 7,323 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा है।
मंडियों में स्थिर आवक दर्ज की गई है – बिलासपुर में 1,402 मीट्रिक टन, छछरौली में 1,764 मीट्रिक टन, गुमथला राव में 363 मीट्रिक टन, जगाधरी में 4,024 मीट्रिक टन, जठलाना में 70 मीट्रिक टन, खारवन में 516 मीट्रिक टन, सरस्वती नगर में 6,967 मीट्रिक टन, रादौर में 2,625 मीट्रिक टन, रणजीतपुर में 278.5 मीट्रिक टन। रसूलपुर में 1,338 मीट्रिक टन और साढौरा में 2,635 मीट्रिक टन।
किसानों का कहना है कि मौजूदा मौसम कटाई के लिए आदर्श है। जठलाना गाँव के किसान अनिल कौशिक ने बताया, “अब मौसम साफ़ है, इसलिए कटाई का काम तेज़ हो रहा है और अनाज मंडियों में अनाज की आवक बढ़ रही है।”
उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने सरस्वती नगर अनाज मंडी का निरीक्षण किया, खरीद व्यवस्थाओं का जायजा लिया और फसल में नमी की मात्रा की जाँच की। उन्होंने किसानों और आढ़तियों से भी बातचीत की।
डीसी ने बताया, “जिले की सभी अनाज मंडियों में धान की खरीद शुरू हो गई है। इस साल जिले की मंडियों में करीब 6 लाख मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य रखा गया है।”
उन्होंने आश्वासन दिया कि 13 अनाज मंडियों में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं और किसानों से अपील की, “अपनी धान की फसल को सुखाकर ही लाएं ताकि आपको सही समय पर सही कीमत मिल सके।”
डीसी ने सभी एसडीएम को सुचारू खरीद सुनिश्चित करने और किसानों को किसी भी असुविधा से बचाने के लिए नियमित निरीक्षण करने के निर्देश भी दिए।