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पानीपत निवासियों को 2025 तक मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य विंग मिल जाएगी

Panipat residents will get maternal and child health wing by 2025

टेक्सटाइल सिटी’ के निवासियों को 2025 की शुरुआत में एक नया मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य (एमसीएच) विंग मिलेगा। हालांकि, इस परियोजना में 18 महीने से अधिक की देरी हुई, लेकिन अब सिविल और इलेक्ट्रिकल सहित काम पूरी गति से चल रहे हैं।

पीडब्ल्यूडी बीएंडआर के अधिकारियों के अनुसार अब तक परियोजना का 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। अब एमसीएच विंग का काम जनवरी 2025 में पूरा होने की संभावना है। निर्माण एजेंसी को यह परियोजना जून 2023 में पूरी करनी थी, लेकिन वह प्राथमिक समय सीमा से चूक गई और समय सीमा तीन बार बढ़ा दी गई।

पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भाजपा सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान 2018 में बजट सत्र के दौरान सामान्य अस्पताल परिसर में उन्नत एमसीएच विंग के निर्माण की घोषणा की थी।

सूत्रों ने बताया कि सभी प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति मिलने के बाद पीडब्ल्यूडी बीएंडआर विभाग ने जून 2021 में आठ मंजिला एमसीएच विंग के निर्माण के लिए टेंडर आवंटित किया था और जून 2023 तक काम पूरा करने की समय सीमा तय की गई थी, लेकिन काम पूरा नहीं होने के कारण यह पहली समय सीमा से चूक गया।

सूत्रों ने बताया कि इसके बाद विभाग को समयसीमा दिसंबर 2023 तक बढ़ाने की अनुमति मिल गई, लेकिन वह फिर चूक गया। इसके बाद विभाग ने काम पूरा करने के लिए एक और समय मांगा और दिसंबर 2024 तक का समय मिला। लेकिन अभी भी काम पूरा नहीं हुआ है।

हालांकि, पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों ने दावा किया कि भवन का काम लगभग पूरा होने वाला है क्योंकि 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और संभवतः यह परियोजना जनवरी 2025 में पूरी हो जाएगी।

उपलब्ध जानकारी के अनुसार, एमसीएच विंग 100 बेड का होगा और इसमें अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी। सूत्रों के अनुसार, एमसीएच विंग में 20 डिलीवरी टेबल होंगी, स्त्री रोग ओपीडी, चाइल्ड ओपीडी, विशेष नवजात शिशु देखभाल इकाई (एसएनसीयू), नवजात शिशु गहन देखभाल इकाई (एनआईसीयू) और एमसीएच विंग में एक ऑपरेशन थियेटर विकसित किया जाएगा।

अधिकारी ने बताया कि माताओं और बच्चों के लिए सभी उपचार सुविधाएं एक ही छत के नीचे उपलब्ध होंगी।

सिविल सर्जन डॉ. जयंत आहूजा ने कहा कि एमसीएच विंग 2025 की शुरुआत में पूरा होने की संभावना है। डॉ. आहूजा ने कहा, “फर्नीचर, उपकरणों के बारे में सभी हितधारकों के साथ सोमवार को एक बैठक हुई और सभी को लंबित कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया गया है ताकि निवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान की जा सके।”

उन्होंने बताया कि इसके अलावा एमसीएच विंग के मानदंडों के अनुसार मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ की आवश्यकताओं को भी सरकार को भेज दिया गया है।

सिविल सर्जन ने बताया कि वर्तमान में सामान्य अस्पताल में 200 बेड की सुविधा है, लेकिन एमसीएच विंग शुरू होने के बाद स्वास्थ्य सुविधाएं और मजबूत होंगी तथा अस्पताल में 300 बेड की सुविधा हो जाएगी।

पीडब्ल्यूडी बीएंडआर के एसडीओ प्रवीण छिक्कारा ने बताया कि एमसीएच विंग का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है तथा सिविल और लकड़ी का लगभग 90 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है तथा बिजली का काम भी तेजी से चल रहा है।

हालांकि, अंतिम लागत की गणना कार्य पूरा होने के बाद की जाएगी, लेकिन इस आठ मंजिला इमारत के सिविल कार्य की अनुमानित लागत लगभग 29 करोड़ रुपये है, एसडीओ ने कहा।

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